द ब्लाट न्यूज़ | फेडरेशन आफ इंडियन इंडस्ट्री (एफआइआइ) का एक प्रतिनिधिमंडल इस समय नेपाल की पांच दिवसीय यात्रा पर है। इसमें फेडरेशन से संबंधित भारत और नेपाल के 15 सदस्य शामिल हैं। 22 मार्च शुरू हुई इस यात्रा का नेतृत्व एफआइआइ के महानिदेशक दीपक जैन कर रहे हैं। प्रतिनिधिमंडल ने निवेश बोर्ड नेपाल (आइबीएन) के प्रतिनिधियों से काठमांडू में मुलाकात की है। इस मौके पर दोनों पक्षों ने आपसी हित के मामलों पर चर्चा की। आइबीएन नेपाल की केंद्रीय एजेंसी है और इसकी अध्यक्षता नेपाल के प्रधानमंत्री करते हैं।
बोर्ड के सीईओ सुशील भट्ट ने नेपाल सरकार की कारोबारी नीतियों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने दोनों देशों के बीच आयात-निर्यात पर प्रकाश डाला और नेपाल में निवेश की प्रक्रिया के बारे में भी बताया। उन्होंने बताया कि नेपाल में निवेश अनुमोदन की दो एजेंसियां हैं, उद्योग विभाग और नेपाल का निवेश बोर्ड। उन्होंने बताया कि सार्वजनिक-निजी भागीदारी परियोजनाओं पर बड़ा ध्यान दिया जा रहा है। नेपाल में निवेश को लेकर बातें हुईं। परियोजना निर्माण के लिए आवश्यक उपकरण, सब्सिडी वाली दर पर सरकारी स्वामित्व वाले बुनियादी ढांचे का उपयोग, बैंक गारंटी सुविधा तथा मशीनरी के लिए सीमा शुल्क पर रियायत पर चर्चा की गई।
प्रतिनिधिमंडल को स्वास्थ्य, शिक्षा, संचार, विनिर्माण, खनन और पर्यटन के क्षेत्रों में विभिन्न अवसरों के बारे में जानकारी दी गई। दीपक जैन ने एफआइआइ के ²ष्टिकोण को प्रस्तुत किया और बताया कि यह अवसरों के निर्माण, सरकार और उद्योग के बीच सहयोगी सेतु के रूप में काम करता है। उन्होंने कहा कि भू-आर्थिक सहयोग के लिए एक प्रमुख ब्लाक के रूप में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।