इस्लामाबाद: पाकिस्तान में पुलिस द्वारा संसद में घुसकर विपक्षी नेताओं को गिरफ्तार करने पर बवाल मचा हुआ है. विपक्ष इसे सरकार की साजिश बता रहा है. वहीं, सरकार का कहना है कि उसे ये कदम उठाने पर विपक्ष ने ही मजबूर किया है. इमरान खान सरकार ने बयान जारी करते हुए कहा है कि इस्लामाबाद स्थित पार्लियामेंट लॉज में जबरदस्ती घुसने पर विपक्ष के नेता सहित 10 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. 
पुलिस महानिरीक्षक ने किया बचाव
सरकार की तरफ से कहा गया है कि 50 से 60 लोग जबरदस्ती पार्लियामेंट लॉज में घुस गए थे. जानकारी के बाद पुलिस को एक्शन लेना पड़ा. जबकि विपक्ष का आरोप है कि पाकिस्तान सरकार लगातार उन्हें धमका रही है. गिरफ्तार लोगों में JUI-F के नेता सलाहुद्दीन आयूबी भी शामिल हैं. वहीं, इस्लामाबाद के पुलिस महानिरीक्षक मुहम्मद अहसान यूनुस ने भी कार्रवाई का बचाव किया. उन्होंने दावा किया कि पार्लियामेंट लॉज में जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम के वर्दीधारी स्वयंसेवी बल अंसारुल इस्लाम के सदस्यों की घुसपैठ के बाद यह कार्रवाई की गई है.
रशीद ने विपक्ष पर बोला हमला
पाकिस्तान के गृहमंत्री शेख रशीद ने भी विपक्ष पर हमला बोला है. उन्होंने आरोप लगाया कि जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम ने जान बूझकर पार्लियामेंट लॉज में अंसारुल इस्लाम के सदस्यों की घुसपैठ करवाई थी. उन्होंने कहा कि ये लोग लॉज के अंदर छिपे हुए थे. हम चाहते थे कि मामले को शांति से सुलझाया जाए, लेकिन उन्होंने पुलिस अधिकारियों को पीटा और बंद कर दिया. इसके बाद पुलिस को जबरन उन्हें गिरफ्तार करना पड़ा. रशीद ने कहा कि हम इन जैसे दूसरों को संसद में प्रवेश करने से रोकने की भी कोशिश कर रहे हैं.
विपक्ष लाया है अविश्वास प्रस्ताव
पाकिस्तान में इमरान खान सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव आने के बाद से राजनीतिक सरगर्मियां बढ़ी गई हैं. इस बीच, सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने बृहस्पतिवार को इस विचार को खारिज किया कि देश की सेना विपक्ष का समर्थन कर रही है. चौधरी ने दावा किया कि सशस्त्र बल पाकिस्तान की इमरान खान सरकार के साथ खड़े हैं. बता दें कि महंगाई के मुद्दे पर विपक्ष इमरान खान के इस्तीफे की मांग कर रहा है.
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