मॉस्को: लगातार 11वें दिन भी रूस और यूक्रेन के बीच भीषण युद्ध जारी है. रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने चेतावनी दी है कि यूक्रेन का राष्ट्र का दर्जा खतरे में है. उन्होंने रूस पर पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों और No Fly Zone घोषित करने की तुलना ‘युद्ध की घोषणा’ से की.
युद्ध के ऐलान जैसे हैं प्रतिबंध
पुतिन ने कहा, ‘अगर वे यही करते रहे तो भविष्य में यूक्रेन के राष्ट्र होने का दर्जा खतरे में डाल रहे हैं. अगर ऐसा होता है तो ये पूरी तरह से उनके विवेक पर निर्भर करेगा.’ उन्होंने पश्चिमी देशों के प्रतिबंधों पर भी हमला करते हुए कहा, ‘जो प्रतिबंध लगाए जा रहे हैं, वे युद्ध की घोषणा करने के समान हैं.’
पलायन को मजबूर हैं यूक्रेनी नागरिक
वहीं, यूक्रेन के शहर मारियूपोल में सीजफायर का वादा वहां हुई हिंसक घटनाओं के बीच फेल होता दिखा. रूसी सैनिकों ने शहरों को घेरना जारी रखा है और देश से पलायन करने को मजबूर यूक्रेनी नागरिकों की संख्या बढ़कर 14 लाख हो गई है. पुतिन इसके लिए लगातार पूरी तरह से यूक्रेनी नेतृत्व को दोषी ठहरा रहे हैं.
वोलनोवाखा से लोगों को निकालने की प्रक्रिया हुई बाधित
उन्होंने टेलीविजन पर प्रसारित रूसी एयरलाइन के फ्लाइट अटेंडेंट के साथ बैठक के दौरान कहा, ‘लेकिन भगवान का शुक्र है, हम अभी तक वहां नहीं पहुंचे हैं.’ यूक्रेन के अधिकारियों ने शनिवार को कहा कि रूस की तरफ से संघर्ष विराम की घोषणा करने के कुछ घंटे बाद ही गोलाबारी शुरू हो गई जिससे मारियूपोल और पूर्वी शहर वोलनोवाखा से लोगों को निकालने की प्रक्रिया बाधित हुई.
इससे पहले रूस के रक्षा मंत्रालय ने एक बयान में कहा था कि वो दक्षिण पूर्व में स्थित रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण बंदरगाह मारियूपोल और पूर्व में स्थित वोलनोवाखा शहर में लोगों को निकालने के लिए रास्ता देने को सहमत है. हालांकि, इस बयान में ये साफ नहीं था कि वे रास्ते कब तक खुले रहेंगे.
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की के कार्यालय के उप प्रमुख किरिलो तिमोशेंको ने कहा, ‘रूस संघर्ष विराम नहीं कर रहा है और मारियूपोल व आसपास के इलाकों में गोलाबारी जारी है.’ उन्होंने कहा, ‘संघर्ष विराम और सुरक्षित मानवीय गलियारा स्थापित करने के लिए रूस से बातचीत जारी है.’
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