पटना । भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री नंद किशोर यादव ने कहा है कि कोरोना को लेकर लगे लाॅकडाउन के मद्देनजर पर्व-त्योहार से भरे अगले पांच माह तक गरीबों को मुफ्त अनाज देने का प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी का ऐतिहासिक निर्णय है। इससे बिहार के लगभग 8.71 करोड़ गरीब श्रावणी मेला, दशहरा, दीपावली और छठ पर्व उल्लास के साथ मना सकेंगे।
पूर्व मंत्री नंदकिशोर यादव ने आज यहां कहा कि लॉकडाउन के कारण राज्य के गरीब अर्थाभाव में थे और पर्व-त्योहार उल्लास के साथ मनाने की चिन्ता से ग्रस्त थे। प्रधानमंत्री ने नवम्बर यानी छठ पर्व तक ऐसे परिवार को निःशुल्क अनाज देने की घोषणा कर उन्हें चिन्तामुक्त कर दिया है।
उन्होंने कहा कि बिहार में गरीब हों या अमीर, उनके लिए सावन का महीना, दशहरा, दीपावली और छठ पर्व का बड़ा महत्व है। नवम्बर में भगवान भास्कर का दो-दिनी अनुष्ठान छठ पर्व बड़े ही श्रद्धा व भक्ति के साथ मनाया जाता है। अगले माह शुरू होने वाला श्रवण मास का पूजा अनुष्ठान का अलग महत्व है। पर्व-त्योहार के वक्त जरूरत और खर्च में संभावित वृद्धि को देखते हुए प्रधानमंत्री ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना का नवम्बर तक विस्तार कर बड़ा ही पुनीत कार्य किया है।
नंदकिशोर यादव ने कहा कि कोरोना जैसी वैश्विक महामारी में कोई गरीब भूखा न सोये के संकल्प को लेकर पहले तो दो माह मई-जून तक गरीबों को मुफ्त अनाज देने की घोषणा की गयी, जिसकी अवधि बढाकर अब नवंबर तक कर दिया है। गत वर्ष भी केंद्र सरकार ने बिहार के 8.71 करोड़ गरीबों के लिए 13,458 करोड़ रुपये का आठ माह तक मुफ्त में अनाज दिया था। देश के इतिहास में आज तक ऐसा नहीं हुआ। इससे पीएम मोदी गरीबों के सबसे बड़े हमदर्द के रूप में उभरे हैं।