प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से देश में अभद्र भाषा और जाति आधारित हिंसा के खिलाफ बोलने का अनुरोध किया। हस्ताक्षरकर्ताओं ने कहा कि इन मुद्दों पर पीएम की चुप्पी नफरत भरी आवाजों को बढ़ावा दे रही है। अपने पत्र में छात्रों और शिक्षकों ने कहा कि माननीय प्रधानमंत्री, आपकी चुप्पी नफरत से भरी आवाजों को बल देती है और हमारे देश की एकता और अखंडता के लिए खतरा है। प्रधानमंत्री जी हम आपसे अनुरोध करते हैं कि हमें विभाजित करने की कोशिश करने वाली ताकतों के खिलाफ मजबूती से खड़े रहें। खत में कहा गया है, ‘हेट स्पीच और धर्म/जाति पहचान के आधार पर समुदायों के खिलाफहिंसा का आह्वान अस्विकार्य है’।
