न्यूयॉर्क। अमेरिका में कोरोना वायरस संक्रमण ने सबसे ज्यादा हड़कंप मचाया हुआ है। यहां पर हर दिन 10 लाख से अधिक कोरोना संक्रमण के नए मामले सामने आ रहे हैं। संक्रमि
अमेरिकी यूनिवर्सिटी ऑफ मेरिलैंड में महामारी मामलों के विशेषज्ञ डॉ. फहीम योनुस ने मेरिलैंड के अस्पताल में आईसीयू भरे होने की जानकारी देते हुए एक ट्वीट में लिखा कि मेरे अस्पतालों में 100 फीसदी वेंटिलेटर का इस्तेमाल कोरोना मरीजों के लिए हो रहा है। मास्क पहने, कोरोना वैक्सीन की बूस्टर डोज लें और भीड़भाड़ वाली जगहों पर जाने से बचें। वहीं उन्होंने इस तरह के दावों को भी खारिज किया, जिसमें कहा गया कि ओमीक्रोन से बचना संभव नहीं है। उन्होंने कहा कि आप इस खतरे से बच सकते हैं और आपको इससे बचना चाहिए। दरअसल, उन्होंने मास्क पहनने और वैक्सीन की बूस्टर डोज लेने पर जोर दिया।
तों को अस्पतालों में जगह नहीं मिल रही है, लेकिन कोरोना का मौजूद वेरिएंट डेल्टा की तुलना में हल्का है। विशेषज्ञों का मानना है कि अस्पतालों में वेंटिलेटर की जररूत नहीं पड़ रही है। सामने आ रहे इस तरह के दावों के बीच अमेरिकी महामारी विशेषज्ञ फहीम योनुस ने सभी को चेताते हुए कहा कि कोरोना के नए वेरिएंट ‘ओमीक्रोन’ को हल्का समझने की भूल नहीं करें। उन्होंने कहा कि इस ओमीक्रोन को हल्के में न लें, क्योंकि उनके अस्पताल में सारे वेंटिलेटर भर गए हैंओमीक्रोन से बचने के लिए लें बूस्टर डोज !
डॉ. फहीम योनुस ने एक अन्य ट्वीट में संक्रमित हो रहे लोगों की क्रोनोलॉजी समझाई। उन्होंने अपने अस्पताल के कोरोना मरीजों के आंकड़ों के हिसाब से एक डेटा तैयार किया। जिसके मुताबिक उनके अस्पताल में भर्ती हुए कोरोना संक्रमितों में से 76 फीसदी ऐसे हैं, जिन्होंने वैक्सीन नहीं ली है। जबकि वैक्सीन की एक या फिर दो डोज ले चुके संक्रमित लोगों की संख्या 24 फीसदी है और बूस्टर डोज लेना वाला कोई भी संक्रमित व्यक्ति उनके अस्तपाल में नहीं है। वहीं उन्होंने एक अध्ययन के माध्यम से बताया कि बूस्टर डोज ने कोरोना से होने वाले मौत के खतरे को 90 फीसदी तक कम कर दिया है।
कुछ हफ्तों में खत्म हो जाएगी लहर
डॉ. फहीम योनुस का मानना है कि ओमीक्रोन की लहर कुछ हफ्तों में खत्म हो जाएगी। उन्होंने कहा कि आप इस संक्रमण को रोक सकते हैं।