कोरोना वायरस के नए स्वरूप ओमीक्रोन के बाद नए मामलों में इजाफा हो रहा है। वहीं देश कोविड रोधी टीके की चौथी खुराक भी देने पर विचार कर रहा है। संक्रमण के नए मामलों ने सरकार को उलझा दिया है और सरकार चंद दिनों में ही नियम बदल रही है। इज़राइल के स्वास्थ्य मंत्रालय के शीर्ष जन स्वास्थ्य अधिकारी शोरॉन अलरॉय-प्रेइस ने देश के चैनल 13 पर इस हफ्ते कहा कि ओमीक्रोन की लहर पर कोई नियंत्रण नहीं है। यरुशलम में शारे ज़ेदक मेडकिल केंद्र के प्रमुख जोनथन हलेवी ने कहा कि शायद संक्रमण से कोई भी सुरक्षित नहीं है।
नया लक्ष्य समाज के संवेदनशील लोगों को एक और लॉकडाउन लगाए बिना सुरक्षित रखना है और देश की सात महीने पुरानी प्रधानमंत्री नफ्ताली बेनेट की सरकार इससे बचने के लिए मशक्कत कर रही है। प्रधानमंत्री ने रविवार को पत्रकार वार्ता में चेताया था कि आने वाले हफ्तों में नए मामले रिकॉर्ड स्तर तक बढ़ेंगे। सरकार नियमों को लेकर और उन्हें सार्वजनिक करने को लेकर उलझन में हैं। उन्होंने कहा कि वह हताशा और उलझन को समझते हैं लेकिन वायरस की वजह से सीमित विकल्प हैं। बेनेट ने कहा कि सरकार अधिक चुनौतीपूर्ण स्वरूप से निपटने के लिए सतर्क है। इसमें कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता वाले और कम से कम 60 वर्ष की आयु के लोगों को टीके की चौथी खुराक देने का सरकार का निर्णय शामिल है। माना जाता है कि इज़राइल दुनिया का पहला देश है जो बूस्टर के लिए दूसरी खुराक यानी चौथी खुराक की पेशकश कर रहा है।
बेनेट ने मंगलवार को ऐलान किया था कि शेबा मेडिकल केंद्र में हुए शुरुआती अध्ययन के मुताबिक, टीके की चौथी खुराक एंटीबॉडी उत्पन्न करने में पांच गुना का इजाफा करती है। इज़राइल ने मंगलवार तक 64 फीसदी लोगों को टीके की दो खुराकें और करीब 43 प्रतिशत लोगों को टीके की तीन खुराकें लगाई हैं। मगर संक्रमण की नई लहर रुक नहीं रही है। सरकारी आंकड़ों के मुताबिक, सोमवार को इंज़राइल में 10,720 नए मामले मिले थे जो एक हफ्ते पहले आए मामलों से सात हजार ज्यादा थे।