सिद्धू की बयानबाजी से नाराज नेताओं ने आला नेतृत्व से की मुलाकात

चंडीगढ़। पंजाब समेत पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। चुनाव आयोग जल्द ही इसकी घोषणा कर सकता है। इसके बावजूद पंजाब कांग्रेस में जारी अंतर्कलह समाप्त होने का नाम नहीं ले रही है। कांग्रेस नेताओं को लगता है कि प्रदेशाध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू की बयानबाजी के चलते पार्टी को आगामी चुनाव में नुकसान हो सकता है। ऐसे में उपमुख्यमंत्री सुखजिंदर सिंह रंधावा, भारत भूषण आशु, परगट सिंह और अमरिंदर सिंह वडिंग ने कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल से मुलाकात की और मांग की कि राज्य संगठन में एकता सुनिश्चित की जाए। इसके साथ ही सिद्धू की बयानबाजी पर लगाम लगाई जाए।

माना जा रहा है कि पंजाब कांग्रेस के कुछ वरिष्ठ मंत्रियों और नेताओं ने वेणुगोपाल के साथ हुई बैठक में आगामी विधानसभा चुनाव की रणनीति पर भी चर्चा की है। सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक, इस बैठक का मुख्य मुद्दा सिद्धू से जुड़ा हुआ है।

रंधावा ने की थी गृह मंत्रालय छोड़ने की पेशकश

हाल ही में सुखजिंदर सिंह रंधावा ने दावा किया कि सिद्धू उनसे नाराज चल रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब से मैं गृह मंत्री बना हूं तब से सिद्धू मेरे से नाराज चल रहे हैं। ऐसे में अगर सिद्धू गृह मंत्रालय चाहते हैं तो मैं पद छोड़ने के लिए तैयार हूं। आपको बता दें कि कांग्रेस ने आगामी चुनाव को लेकर अभी तक मुख्यमंत्री का चेहरा स्पष्ट नहीं किया है, ऐसे में सिद्धू पार्टी पर लगातार मुख्यमंत्री का चेहरा घोषित करने का दबाव बना रहे हैं।

सिद्धू को कई बार समझा चुकी है कांग्रेस

पंजाब कांग्रेस में मचा घमासान कोई नया नहीं है। इसकी शुरुआत काफी पहले ही हो चुकी थी और इसी के चलते पूर्व मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने अपमानित होकर पद से इस्तीफा दे दिया था और बाद में कांग्रेस छोड़कर अपनी पार्टी का गठन किया। फिलहाल अमरिंदर सिंह भाजपा के साथ मिलकर आगामी विधानसभा चुनाव लड़ने वाले हैं।

आपको बता दें कि कांग्रेस कई बार सिद्धू को समझा चुकी है। इसके बावजूद वो बयानबाजी करने से बाज नहीं आ रहे हैं। उन्होंने तो कई मौको पर अपनी ही सरकार को घेरने की कोशिश की है। पहले अमरिंदर सरकार पर और फिर चन्नी सरकार पर सवाल खड़े करते रहे हैं। प्राप्त जानकारी के मुताबिक कांग्रेस सिद्धू के महिलाओं को 2 हजार रुपए और 8 गैस सिलेंडर देने के ऐलान से भी नाराज है क्योंकि पार्टी के भीतर इसको लेकर कोई भी चर्चा नहीं हुई थी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कांग्रेस के एक वरिष्ठ नेता ने बताया कि सिद्धू ने खुद को सुर्खियों में रखने को ऐसी घोषणाएं की हैं।

चन्नी ने की थी सुलह की पेशकश 

आगामी चुनावों को देखते हुए मुख्यमंत्री चन्नी ने सिद्धू के साथ सुलह की पेशकश भी की थी। उन्होंने कहा था कि वह  सिद्धू के साथ काम करने और पार्टी के लिए कोई भी त्याग करने के लिए तैयार हैं। सरकार के खिलाफ सिद्धू की प्रतिकूल टिप्पणियों के बारे में पूछे जाने पर चन्नी ने कहा था कि वह पार्टी के एक वफादार सिपाही हैं और पूरी ईमानदारी के साथ कर्तव्य का निर्वहन कर रहे हैं। मैं सिद्धू साहब के साथ काम करने के लिए तैयार हूं और मैं पहले से ही यह कर रहा हूं।

 

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