लखनऊ । राजधानी लखनऊ के ट्रांसपोर्ट नगर स्थित आरटीओ कार्यालय में स्थाई ड्राइविंग लाइसेंस (डीएल) बनवाने के टाइम स्लाॅट तो फुल हैं, लेकिन कोरोना के खौफ से सभी आवेदक डीएल बनवाने नहीं पहुंच रहे हैं।
सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी (एआरटीओ) प्रशासन अखिलेश कुमार द्विवेदी ने मंगलवार को बताया कि लखनऊ आरटीओ में 180 लोगों को रोजाना स्थाई डीएल बनवाने का टाइम स्लाॅट दिया गया है। स्लॉट तो फुल है, लेकिन कोराना के खौफ से स्थाई डीएल बनवाने सभी आवेदक आरटीओ कार्यालय नहीं आ रहे हैं।
उन्होंने बताया कि कोरोना से बचाव के लिए प्रतिदिन पूरा कार्यालय सैनिटाइज कराया जा रहा है। फिर भी मात्र 30 से 40 आवेदक ही स्थाई ड्राइविंग लाइसेंस बनवाने पहुंच रहे हैं। आरटीओ कार्यालय में सोशल डिस्टेंसिंग के पालन के लिए सुरक्षा गार्ड तैनात किए गए हैं। कोविड-19 प्रोटोकॉल का पूरी तरह से पालन किया जा रहा है।
एआरटीओ प्रशासन ने बताया कि जो आवेदक कोरोना के खौफ से अपने टाइम स्लाॅट पर स्थाई ड्राइविंग लाइसेंस की औपचारिकता पूरी करने कार्यालय नहीं आ रहे हैं। उन्हें बाद में दोबारा ऑनलाइन टाइम स्लाॅट लेकर आना होगा। इसके लिए आवेदकों को अलग से कोई फीस नहीं देनी होगी।
कोरोना काल के दो महीनों में लखनऊ में आए 15 हजार लर्निंग डीएल के आवेदन
राजधानी लखनऊ में कोरोना काल के दो महीनों में करीब 15 हजार लर्निंग ड्राइविंग लाइसेंस (डीएल) के आवेदन आए हैं। इनमें गत 23 अप्रैल से 14 जून तक के आवेदकों के टाइम स्लाॅट रद्द कर दिए गए हैं। ऐसे आवेदकों को 15 जून के बाद दोबारा से तारीख लेकर आना होगा।
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