चित्रकूट । मुख्यालय से सटे सदर कोतवाली क्षेत्र के सपहा गांव में जिला पंचायत सदस्य के आवास पर नये साल का जश्न मना रहे लोगों पर पड़ोसी गांव के दो दर्जन से अधिक लोगों ने लाठी-डंडों से हमला बोल दिया। करीब एक घंटे तक चले इस खूनी संघर्ष में आधा दर्जन से अधिक लोग घायल हो गये। जानकारी मिलने पर कोतवाली ने घायलों को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया। जहां पर इलाज के दौरान एक युवक की मौत हो गई। अपर पुलिस अधीक्षक शैलेद्र कुमार राय ने बताया कि मामले में पुलिस ने आधा दर्जन हमलावरों को गिरफ्तार कर लिया है।
मिली जानकारी के मुताबिक जिले के सदर कोतवाली अन्तर्गत सपहा गांव निवासी जिला पंचायत सदस्य संगीता देवी पत्नी रामकिशोर के घर पर शनिवार की देर शाम नव वर्ष का जश्न मनाया जा रहा था। इसी दौरान लौढ़िया गांव करीब दो दर्जन से अधिक युवक लाठी-डंडों से लैस होकर पहुंचे और जश्न मना रहे लोगों पर हमला बोल दिया। इसके बाद दोनों तरफ से मारपीट शुरू हो गई। लामबंद युवकों ने सपहा के लोगों को दौड़ा-दौड़ाकर पीटना शुरु कर दिया। जश्न मना रहे लोग जान बचाकर इधर-उधर भागने लगे। युवकों ने घर में घुसकर जमकर तोड़फोड़ की। मारपीट में रामराज, पूजा, सीमा समेत कई लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। घटना की सूचना पाकर मौके पर पहुंची कर्वी कोतवाली पुलिस ने घायलों को एंबुलेंस से जिला अस्पताल पहुंचाया। जहां पर इलाज के दौरान रामराज ने दम तोड़ दिया। अन्य घायलों का इलाज चल रहा है।
सूत्रों के मुताबिक सपहा के लोगों का किसी बात को लेकर शनिवार की सुबह लौढ़िया के युवकों से विवाद हुआ था। जिसमें दोनों पक्षों के बीच हाथापाई हुई थी। शाम को लौढ़िया के युवक लामबंद हुए और सपहा आकर हमला बोल दिया। एएसपी शैलेन्द्र कुमार राय ने बताया कि दोनों पक्षों के बीच मारपीट हुई है, जिसमें कई लोग घायल हुए हैं। उन्होंने एक युवक की मौत की पुष्टि की है। उन्होंने दावा किया कि पुलिस ने आधा दर्जन हमलावरों को गिरफ्तार किया है।
उन्होंने बताया कि पीड़ित पक्ष की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया जा रहा है। गांव में शांति व्यवस्था कायम करने के लिए पुलिस तैनात की गयी है। वहीं इस मामले में पूर्व मंत्री दददू प्रसाद का कहना है कि यूपी में कानून व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त हो चुकी है। चित्रकूट के सपहा गांव में मामूली विवाद होने पर कोतवाली में सूचना दी गई। जिसको पुलिस ने गंभीरता से नहीं लिया। यदि गंभीरता से लेकर कार्रवाई की होती तो हत्या की यह वारदात नहीं हुई होती। उन्होंने यूपी सरकार ने मृतक के परिजनों को 25 लाख की आर्थिक सहायता एवं शस्त्र लाइसेंस दिये जाने की मांग की है।