मथुरा । उत्तर प्रदेश के मथुरा में छह दिसंबर को श्रीकृष्ण जन्मभूमि परिसर स्थित शाही ईदगाह पर बालकृष्ण का जलाभिषेक, संकल्प यात्रा और रामलीला मैदान में सभा आयोजित करने जैसे कार्यक्रमों की घोषणा करने वाले संगठन जिला प्रशासन के रुख के बाद अपने घोषित कार्यक्रमों से पीछे हट गए हैं।
प्रशासन ने मामले की गंभीरता को देखते हुए श्रीकृष्ण जन्मभूमि के ‘रेड जोन’ की सुरक्षा में अतिरिक्त बल की तैनाती की है, जो छह दिसंबर तक वहां मौजूद रहेंगे।
कुछ दिन पहले अखिल भारत हिन्दू महासभा की राष्ट्रीय अध्यक्ष राज्यश्री चौधरी ने छह दिसंबर को शाही ईदगाह में कथित रूप से पूर्व में स्थित मूल केशवदेव मंदिर के स्थान पर भगवान बालकृष्ण स्वरूप का जलाभिषेक किए जाने की घोषणा की थी। इसके बाद एक-एक कर कई अन्य संगठन भी अपने नए-नए कार्यक्रमों की घोषणा करने लगे।
किसी अप्रिय स्थिति की आशंका के मद्देनजर जिलाधिकारी नवनीत सिंह चहल ने जिले में 24 नवंबर से 21 जनवरी 2022 तक निषेधाज्ञा लागू कर दी। इसके तहत पांच या पांच से अधिक व्यक्तियों के जमावड़े पर रोक है।
हिन्दू महासभा, नारायणी सेना, श्रीकृष्ण जन्मभूमि मुक्ति दल जैसे संगठनों ने इस संबंध में विभिन्न कार्यक्रम आयोजित करने की घोषणा की थी।
अखिल भारत हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष देवकीनन्दन शर्मा ने बताया है कि प्रस्तावित लड्डू गोपाल के जलाभिषेक की अनुमति जिला प्रशासन से नहीं मिलने के बाद संगठन की राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी ने महासभा के सदस्यों, समर्थकों से अपील की है कि अब लोग अपने घरों में ही जलाभिषेक करें।
जिलाधिकारी चहल एवं वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. गौरव ग्रोवर ने बताया कि छह दिसंबर के कार्यक्रमों को लेकर शहर को सुरक्षा की दृष्टि से दो सुपर जोन, चार जोन और आठ सेक्टरों में बांटा गया है।
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