नई दिल्ली । कोविड-19 रोधी टीके ‘कोवोवैक्स’ को आपात इस्तेमाल की मंजूरी देने के लिए सीरम इंस्टीट्यूट की अर्जी की हाल में समीक्षा करने वाले भारत के केंद्रीय औषधि प्राधिकरण की एक विशेषज्ञ समिति ने कंपनी से अतिरिक्त जानकारी मांगी है और साथ ही कहा कि इस टीके को अभी तक मूल देश में स्वीकृति नहीं दी गयी है। आधिकारिक सूत्रों ने यह जानकारी दी।
सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) ने आपात स्थितियों में इस्तेमाल के लिए कोवोवैक्स को मंजूरी दिए जाने के लिए अक्टूबर में भारत के दवा महानियंत्रक (डीसीजीआई) को एक अर्जी दी थी।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि पुणे स्थित कंपनी ने देश में हुए क्लिनिकल ट्रायल के दूसरे/तीसरे चरण के अंतरिम सुरक्षा और प्रतिरक्षाजनकता आंकड़ें सौंपे थे और अपनी अर्जी के साथ ब्रिटेन और अमेरिका में हुए तीसरे चरण के क्लिनिकल ट्रायल की सुरक्षा और प्रभाविता के आंकड़े भी सौंपे थे।
एक सूत्र ने कहा, ‘‘केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएसओ) की कोविड-19 पर विषय विशेषज्ञ समिति (एसईसी) ने 24 नवंबर को अर्जी पर विचार करते हुए कहा कि यह टीका नोवावैक्स टीके का प्रौद्योगिकी स्थानांतरण है और मूल देश में इसे अभी तक स्वीकृति नहीं दी गयी है।’’
सूत्रों ने बताया कि विस्तारपूर्वक विचार-विमर्श करने के बाद समिति ने सुझाव दिया कि कंपनी को अतिरिक्त जानकारी और सूचना देनी चाहिए। उसने सुरक्षा, प्रभाविता, प्रतिरक्षाजनकता पर अमेरिका और ब्रिटेन के तीसरे चरण के क्लिनिकल ट्रायल की सही स्थिति बताने को कहा है।
आधिकारिक सूत्रों ने बताया था कि सरकार ने हाल में कोवोवैक्स की दो करोड़ खुराकों का इंडोनेशिया में निर्यात करने की अनुमति दी थी। इस टीके को देश में अभी तक आपात इस्तेमाल की मंजूरी नहीं मिली है।