नई दिल्ली । तृणमूल कांग्रेस ने 17वीं लोकसभा के लगभग ढाई वर्ष हो जाने के बावजूद भी उपाध्यक्ष पद रिक्त होने को लेकर सरकार की आलोचना की है। तृणमूल सांसद डेरेक ओ ब्रायन ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह को संसद की परवाह नहीं है। उन्होंने कहा कि वर्तमान लोकसभा में अभी भी कोई उपाध्यक्ष नहीं है। इस पद के चुनाव के लिए औसत समय दो महीने है। 2019 में चुनी गयी सरकार को दो वर्ष से ज़्यादा हो चुके हैं। उल्लेखनीय है कि लोकसभा उपाध्यक्ष का पद 17वीं लोकसभा के गठन के करीब ढाई वर्ष बीत जाने के बाद अब तक रिक्त है। उपाध्यक्ष का पद संसदीय परंपरानुसार प्रतिपक्ष को जाता है। जब प्रतिपक्ष बिखरा हो, तो विपक्ष के किस दल को यह पद दिया जाए, इसका निर्णय सरकार के उच्च स्तर पर ही होता है। लोकसभा उपाध्यक्ष का पद एक सांविधानिक पद है। उपाध्यक्ष के वही दायित्व हैं, जो अध्यक्ष के हैं, जब वह अध्यक्ष की अनुपस्थिति में पीठासीन होते हैं।
The Blat Hindi News & Information Website