लेक्सिंगटन । सरकार द्वारा मंगलवार को जारी एक रिपोर्ट में दावा किया गया है कि वर्जीनिया मिलिट्री इंस्टीट्यूट संस्था के अंदर नस्लवाद और लैंगिक भेदभाव पर ध्यान देने में विफल रहा और उसे इस बाबत जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए। एक स्वतंत्र लॉ कंपनी ने वर्जीनिया के लिए स्टेट काउंसिल ऑफ हायर एजुकेशन के अनुरोध पर 145 पन्नों की रिपोर्ट तैयार की है। इसमें कहा गया है, ‘‘नस्लीय टिप्पणियां और चुटकुले असामान्य नहीं हैं और अल्पसंख्यकों के प्रति बैरभाव का माहौल बनाते हैं।’’ संस्थान के कुछ विद्यार्थियों ने रिपोर्ट का स्वागत करते हुए कहा कि करीब दो सदी पुराने संस्थान में यह काम लंबे समय से प्रतीक्षित था। उन्होंने कहा कि संस्थान जहां जनरल जॉर्ज पैटन जैसे लोगों को प्रशिक्षण देने के लिए विख्यात है वहीं देश में नस्लवाद और लैंगिक भेदभाव के इतिहास में भी इसका योगदान है। इसके विपरीत कुछ लोगों ने कहा कि रिपोर्ट में इक्का-दुक्का घटनाओं पर राय बना दी गयी है जो किसी भी स्कूल में घट सकती हैं।
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