अवैध वसूली में शामिल थानेदार सहित छह पुलिसकर्मी निलंबित

आगरा । अवैध खनन और वसूली में लिप्त मामले में थाना शमशाबाद के थाना प्रभारी समेत छह पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई करते हुए एसएसपी मुनिराज ने सोमवार को निलंबित कर दिया है। एसएसपी के आगरा का चार्ज लेने के बाद यह अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई है।

जानकारी के मुताबिक, आगरा के पिनाहट, बाह, खंदौली, मलपुरा, खेरागढ़ और शमशाबाद क्षेत्र में लगातार अवैध खनन की शिकायतें मिलती रही थी। कई बार खनन मामले को लेकर पुलिस पर हमले भी हो चुके हैं। आगरा में 08 नवंबर, 2020 में खनन माफियाओं ने एक सिपाही की हत्या कर दिया था। एसएसपी आगरा मुनिराज ने इसको देखते हुए एसपी ग्रामीण को थाना शमशाबाद के उटगन नदी के चेक पोस्ट पर अवैध खनन और ओवरलोड ट्रक और अन्य वाहनों से वसूली की जांच के आदेश दिए।

एसपी ग्रामीण की जांच में थाना पुलिस की वसूली में संलिप्तता पाई गई। इसके बाद एसएसपी मुनिराज ने थाना प्रभारी उपनिरीक्षक प्रदीप कुमार समेत सिपाही सुनील, वेद प्रकाश, सोनू राविश, विनय कुमार और संजय कुमार को सस्पेंड कर दिया। एसएसपी के अनुसार, इनके खिलाफ जांच पूरी होने पर वैधानिक कार्रवाई भी की जाएगी। कई अन्य थानों की भी गोपनीय जांच कराई जा रही है।

एसएसपी ने कराई थी गोपनीय जांच

आगरा एसएसपी मुनिराज को थाना शमशाबाद लिपुस से उटनगन नदी के चेक पोस्ट पर वसूली की शिकायत मिली थी। उनके द्वारा एसपी वेस्ट से गोपनीय जांच करने को कहा गया था। जांच में आरोप सही पाए जाने पर एसएसपी ने प्रथमदृष्ट्या दोषी छह पुलिसकर्मियों को सस्पेंड किया है, इनमें थाना प्रभारी भी शामिल हैं।

बता दें कि चंबल और यमुना नदी से बालू व खेरागढ़, इरादतनगर में मिट्टी का खनन आगरा की सीमा राजस्थान और एमपी से लगी हुई है। यहां चंबल और यमुना नदी से बालू और खेरागढ़, इरादतनगर में मिट्टी का खनन बहुत होता है। खनन करने वाले अधिकांश वन विभाग, पुलिस और अधिकारियों से मिलीभगत के साथ-साथ राजनीतिक संरक्षण भी रखते हैं। यह इतने दबंग होते हैं कि रोकने पर पुलिस पर हमला करने में जरा भी गुरेज नहीं करते हैं।

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