रिपोर्ट:अनुराग दुबे
जनपद के भोगनीपुर थाना क्षेत्र के बील्हापुर गाँव में नमाज पढ़कर निकले बुजुर्ग और उसके पुत्र ने उपद्रवियों ने जानलेवा हमला कर मरणासन्न कर दिया।
कानपुर देहात। 29 मई 2021 को शाम 7 बजे लगभग बुजुर्ग मेराज अहमद एवं उनके पुत्र गुलाम मिस्बाह (सिकंदर) मस्जिद की तरफ नमाज पढ़ने जा रहे थे। तभी वहां पर क्रिकेट खेल रहे कामरान ने बल्ले से गेंद मारी जो बुजुर्ग के पैर में आकर लगी जिससे बुजुर्ग को गहरी पीड़ा पहुंची। इसके बाद कामरान स्वयं गेंद उठाने आया तो बुजुर्ग में उसको मना किया। इस पर वो बुजुर्ग को गालियां बकने लगा जिसको सुनकर बुजुर्ग के पुत्र ने मामले को शांत करने की नीयत से उस लड़के को जाने को कहा। इसके बाद उसने पुत्र को भी माँ-बहन की गालियां दी। किसी तरह लोगों ने बीच बचाव करके मामला शांत कराया। इसके बाद बुजुर्ग और उसके पुत्र मस्जिद में जाकर नमाज अदा करने लगे। इसी बीच इरफान, इमरान, गुफरान, कामरान, गोलू, आकिब, शाहरुख, शाहिद, फैज़ान, एवं मुस्सू एक राय होकर। मस्जिद के बाहर घात लगाकर बैठ गए। जैसे बुजुर्ग और उसके पुत्र मस्जिद के बाहर निकले सभी ने मिलकर हमला कर दिया, जिससे बुजुर्ग को सिर व पैर में गंभीर चोटें आई हैं। इसके बाद अन्य लोगों के पहुंचने पर वे गालियां बकते हुई जान से मारने की धमकी देकर वहां से भाग गए।
इसी बीच परिवारी जन बुजुर्ग को उठाकर घर ला रहे थे। तभी सभी ने मिलकर बुजुर्ग को बचाने वाले उनके परिवारी जन के घर मे घुसकर औरतों के साथ बदतमीजी करते हुए घर मे तोड़फोड़ की। किसी तरह पीड़ित जान बचाकर थाने पहुंचे और वहां मामला पंजीकृत कराया।
पुलिस ने धारा- 323, 504, 506, 452, 427 एवं धारा 34 के तहत मामला दर्ज किया है।
उपरोक्त लोगों द्वारा पिछले समय मे भी गांव के अन्य को मारना-पीटना और प्रताड़ित करने के मामले सामने आए। परंतु डर की वजह से कोई उनके खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराने नही गया।
ये सभी लोग गुंडा प्रवृत्ति के हैं जिनसे पीड़ित के परिवार को जान का खतरा है। इन गुंडों का आतंक लगातार बढ़ता जा रहा है, पीड़ित की मांग है कि इन लोगों पर गुंडा एक्ट के तहत कार्यवाही की मांग की है। पीड़ित के छोटे बेटे अब्दुल आलम ने इंसाफ की मांग की है।