नई दिल्ली । दिल्ली महिला आयोग (डीसीडब्ल्यू) की अध्यक्ष स्वाति मालीवाल ने अभिनेत्री कंगना रनौत को दिए गए पद्मश्री पुरस्कार को वापस लेने का अनुरोध करते हुए रविवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखा।
रनौत ने कथित तौर पर देश की स्वतंत्रता पर विवादास्पद टिप्पणी की थी। उन्होंने बृहस्पतिवार को यह कहकर विवाद पैदा कर दिया था कि भारत को “असली आजादी” 2014 में मिली और 1947 में देश को “भीख” मिली थी। गौरतलब है कि वर्ष 2014 में नरेंद्र मोदी देश के प्रधानमंत्री बने थे।
मालीवाल ने अपने पत्र में लिखा कि अभिनेत्री ने “देश के स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान करते हुए बयान दिया।” आयोग की अध्यक्ष ने रनौत के विरुद्ध राजद्रोह का मामला दर्ज करने की भी मांग की।
उन्होंने लिखा, “इन बयानों से पता चलता है कि उनके अंदर भगत सिंह, महात्मा गांधी जैसे हमारे अनेक स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के प्रति कितनी घृणा भरी हुई है, जिन्होंने देश के लिए अपनी जान दे दी। हम सबको पता है कि हमारे महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के बलिदान के कारण हमें ब्रिटिश राज से आजादी मिली।”
मालीवाल ने रेखांकित किया कि रनौत के बयान से लाखों भारतीयों की भावनाएं आहत हुईं और उन्होंने जो कहा वह “राजद्रोह” की श्रेणी में आता है।
मालीवाल ने राष्ट्रपति से आग्रह किया कि इस मामले का संज्ञान लिया जाए और रनौत को प्रदान किया गया पद्मश्री पुरस्कार वापस लिया जाए। आयोग की अध्यक्ष ने पत्र में लिखा कि रनौत के विरुद्ध राजद्रोह का मामला भी दर्ज किया जाना चाहिए।