नई दिल्ली । छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सोमवार को राज्य के स्थापना दिवस पर लोगों को बधाई दी। उन्होंने कहा, हमारा युवा छत्तीसगढ़ ऊर्जा और आत्मविश्वास से भरा है। इसकी ऊर्जा को सही दिशा में लगा कर हमें छत्तीसगढ़ को एक आदर्श राज्य बनाना है। बघेल ने कहा कि राज्य सरकार गढ़बो नवा छत्तीसगढ़ के संकल्प के साथ मजबूती से आगे बढ़ रही है। छत्तीसगढ़ की संस्कृति को संरक्षित और बढ़ावा देने के साथ-साथ एक सुगम प्रशासन प्रणाली को लागू करने के लिए कदम उठाए गए हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार ने वन अधिकार पट्टा, तेंदूपत्ता बोनस और वनोपज का उचित मूल्य देकर स्थानीय लोगों को पानी, जंगल और जमीन का लाभ दिया है। उन्होंने बताया, प्रदेश के कोने-कोने में हर व्यक्ति तक विकास पहुंचे, इसके लिए नई प्रशासनिक इकाइयों का गठन किया गया है। ग्रामीण अर्थव्यवस्था को मजबूत करना सरकार की प्राथमिकताओं में से एक है, जिससे लोगों को उनके घरों के पास बेहतर रोजगार मिल सके। इस उद्देश्य के लिए, सुराजी गांव योजना और गोधन न्याय योजना शुरू की गई। बघेल ने कहा कि ढाई लाख से अधिक ग्रामीण, किसान और महिलाएं दो रुपये प्रति किलो गाय के गोबर की खरीद और जैविक खाद के निर्माण से लाभान्वित हो रहे हैं। गोधन न्याय योजना का विस्तार करते हुए गाय के गोबर से बिजली पैदा करने का काम भी शुरू कर दिया गया है।
राजीव गांधी किसान न्याय योजना के माध्यम से किसानों को वित्तीय सहायता प्रदान करने के साथ-साथ ऋण माफी के साथ इनपुट सब्सिडी भी दी जा रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले वर्ष की तरह इस वर्ष भी इनपुट सहायता राशि का वितरण किया जाएगा। करीब 22 लाख किसानों को चार किश्तों में 5,702 करोड़ रुपये की सहायता राशि दी जानी है। इसकी तीसरी किस्त राज्य के स्थापना दिवस पर दी जा रही है। महिला सशक्तिकरण को आगे बढ़ाने के लिए महिला कोष से स्वयं सहायता समूहों को दिए गए लगभग 13 करोड़ रुपये के कालातीत ऋणों को माफ करने के साथ-साथ उनकी ऋण सीमा भी बढ़ा दी गई है ताकि महिलाएं अपना काम नए सिरे से शुरू कर सकें। 2000 में, छत्तीसगढ़ को मध्य प्रदेश से अलग कर एक स्वतंत्र राज्य घोषित किया गया था।
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