नई दिल्ली । दिल्ली सरकार की नई आबकारी नीति के तहत खुलने जा रहे सरब के ठेकों का विरोध बढ़ता ही जा रहा है। राजनैतिक पार्टियों के साथ-साथ सामजिक सन्गठन तथा स्थानीय लोग भी सरकार के इस निर्णय के खिलाफ ज्यादा दिख रहे हैं। और अपने-अपने स्तर पर विरोध भी कर रहे हैं। शाहदा विधान सभा के तहत : ज्वाला नगर, सरकुलर रोड, गुडहाई मोहल्ला मुकेश नगर जनता कालोनी महारथी कालोनी, प्रजापति मौहल्ला एवं झिलमिल वार्ड के निवासी श्री रामलीला कमेटी के प्रधान राजेन्द्र पाल एडवोकेट के नेतृत्व में ज्वाला नगर चौक पर पुन: शराब का ठेका खोलने का विरोध कर रहे है। इसमें उन्हें क्षेत्र के लोगों का भरपूर समर्थन मिल रहा है क्षेत्र में शराब के ठेके के खिलाफ हस्ताक्षर अभियान चला कर क्षेत्र में नशाखोरी के खिलाफ आवाज बुलंद कर रहे हैं। सम्बन्धित सभी अधिकारियो विधायक रामनिवास गोयल मुख्यमन्त्री, उपराज्यपाल सभी को लिखित शिकायत हस्ताक्षर सहित भेज दी गई है। अभियान में योगिता पाल, अंतरिक्ष पाल, शीतल गर्मा, निषा गुप्ता, राजेश शर्मा , हरीश शर्मा प्रवीण शर्मा, आलोक कुमार, मदनलाल सिंघल,छतरपाल शेखर जैन, ललित तिसावर छंगा मास्टर हकी मुल्ला, लवली लुयरा, गोपाल शर्मा, मनीष शर्मा, विरेन्द्र शर्मा आदि ने प्रमुख रूप से भाग लिया और जल्दी ही ज्वाला नगर चौक शराब के ठेके के खिलाफ जोरदार प्रदेशन भी किया जायेगा. अधिवक्ता राजेन्द्र पाल का कहना है दिल्ली सरकार गिरगिट की तरह रंग बदलती है वह दूसरे राज्यों गोवा और पंजाब में नशा मुक्ति की बात करती है और दिल्ली में गली-गली ठेके खोलने की नीति लागू कर रही है.राजेन्द्र पाल नें कहा कहा कि नई आबकारी नीति लागू होने से महिलाओं और बच्चों के खिलाफ होने वाले अपराधों की संख्या बढ़ेगी जिसकी तरफ अरविंद केजरीवाल की सरकार आंख बंद मूंदकर बैठी हुई है.। उन्होंने कहा कहा कि दिल्ली में चाहे निर्भया कांड हो या जेसिका लाल हत्याकांड हुआ हो ऐसे सभी जघन्य अपराधों के पीछे शराब का सेवन ही मुख्य कारण रहा है.।
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