नई दिल्ली। ईरान, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से आने वाली किसी भी खेप को अपनी सेवा उपलब्ध नहीं कराने के अडाणी पोर्ट्स के फैसले को लेकर तेहरान ने भारत से अपनी नाखुशी जाहिर की है।
गुजरात के मुंद्रा बंदरगाह से पिछले महीने करीब 3,000 किग्रा हेरोइन जब्त किये जाने के बाद अडाणी पोर्ट्स ने यह कदम उठाया था।
ईरान ने कहा कि मादक पदार्थों की तस्करी के खिलाफ उसकी कार्रवाई को लेकर संयुक्त राष्ट्र ने भी उसकी सराहना की है लेकिन एक बार फिर व्यापार की अनुमति नहीं देकर और उसकी खेप पर प्रतिबंध लगा कर उसे अनुचित रूप से निशान बनाया गया। साथ ही, उसने प्रतिबंध को गैर पेशेवराना और असंतुलित कदम करार दिया।
ईरानी दूतावास ने इस विषय पर एक बयान जारी किया लेकिन अडाणी पोर्ट्स का प्रत्यक्ष रूप से जिक्र नहीं किया।
अडाणी पोर्ट्स और एसईजेड लिमिटेड गुजरात में मुंद्रा बंदरगाह का संचालन करता है। उसने सोमवार को कहा था कि वह ईरान, पाकिस्तान और अफगानिस्तान से आने वाले माल के कंटेनरों को 15 नवंबर से अपनी सेवा उपलब्ध नहीं कराएगा।
इस कदम से नाराज ईरानी अधिकारियों ने इस विषय को भारतीय नार्कोटिक ड्रग कंट्रोल अधिकारियों के समक्ष बुधवार को उठाया।
ईरानी दूतावास ने कहा कि मादक पदार्थ के खिलाफ लड़ाई में परस्पर सहयोग पर भी चर्चा की गई।
दूतावास ने कहा कि ईरान ने 40 साल से अधिक समय तक व्यापार प्रतिबंधों और अनुचित प्रतिबंधों को झेला है।