श्रीनगर। कश्मीर में ईद-उल-फितर का जश्न बृहस्पतिवार को मामूली ढंग से मनाया गया जहां नमाजियों ने कोविड-19 वैश्विक महामारी के मद्देनजर शारीरिक दूरी का ध्यान रखते हुए छोटे-छोटे समूहों में नमाज अदा कर रमजान के पाक महीने को विदा किया।
अधिकारियों ने बताया कि लगातार चौथी बार बड़ी मस्जिदों एवं दरगाहों में ईद की नमाज नहीं पढ़ी गई जहां पुलिस ने श्रीनगर शहर के अलावा पूरी घाटी के अधिकांश इलाकों में सख्त कर्फ्यू लगाया हुआ है।
उन्होंने बताया कि लोगों ने स्थानीय मस्जिदों में, छोटे समूहों में ईद की नमाज पढ़ी, अधिकतर ने एकदम सुबह-सुबह नमाज पढ़ी।
कई स्थानों पर, पुलिस ने मस्जिद प्रबंधन समितियों से लाउडस्पीकरों का इस्तेमाल न करने और नमाज जल्द पूरी करने लेने को कहा।
कोरोना वायरस के मामलों में बढ़ोत्तरी के चलते घाटी में लॉकडाउन लगा हुआ है। घाटी में बुधवार को कर्फ्यू के समान प्रतिबंध लगा दिए गए थे।
मुस्लिम एक माह तक रोजे रखने के बाद रमजान के पाक महीने की समाप्ति पर ईश्वर को शुक्रिया कहने के लिए विशेष नमाज पढ़ते हैं।
यह लगातार चौथी बार है जब कश्मीर में ईद का जश्न साधारण ढंग से मनाया जा रहा है। पिछले साल, ईद-उल-जुहा की नमाज महामारी के चलते साधारण रही जबकि मई में कोविड के कारण लगे लॉकडाउन की वजह से ईद-उल-फितर की नमाज नहीं पढ़ी जा सकी थी।
इससे पहले 2019 में ईद-उल-अजहा की नमाज कश्मीर में नहीं पढ़ी जा सकी थी क्योंकि अधिकारियों ने संविधान के अनुच्छेद 370 के प्रावधान रद्द किए जाने के मद्देनजर सख्त कर्फ्यू लगा दिया था।