आंध्र प्रदेश में टीके की कमी से अभियान प्रभावित

-18 से 44 साल आयुवर्ग के लोगों का टीकाकरण नहीं हो पाया है शुरू
-राज्य ने इस माह नए लोगों को टीके का पहला डोज लगाना बंद किया

अमरावती। आंध्र प्रदेश में 45 साल से ज्यादा आयुवर्ग के कम से कम 17,93,555 लोग टीके की दूसरी खुराक का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन राज्य सरकार के पास सभी को टीका लगाने के लिए खुराक उपलब्ध नहीं है। इंतजार करने वालों में स्वास्थ्यकर्मी और कोरोना योद्धा भी शामिल हैं।

स्थिति इतनी खराब है कि सरकार ने लोगों को पहला टीका लगाना भी बंद कर दिया है। भारत सरकार ने राज्य को प्रति पखवाड़े टीके के 10 लाख डोज आवंटित किए हैं और इस पखवाड़े में अभी तक उसे सिर्फ 8.5 लाख डोज मिले हैं। राज्य ने सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया और भारत बायोटेक से सीधे पांच लाख डोज खरीदे हैं। प्रधान सचिव (स्वास्थ्य) अनिल कुमार सिंघल ने बताया, मई के पहले पखवाड़े में अभी तक 5,96,789 लोगों को टीका (दूसरा डोज) लगाया गया है और 6,96,941 लोगों को अभी लगना है। दूसरे पखवाड़े में 10,96,614 को दूसरा खुराक दिया जाना है। राज्य ने इस महीने नए लोगों को कोविड-19 टीके का पहला डोज लगाना बंद कर दिया है और जिन्हें दूसरा डोज लगना है, उन्हें प्राथमिकता दे रहा है।

राज्य को केंद्र से टीके के 73,49,960 खुराक मिले हैं (60,60,400 खुराक कोविशील्ड और 12,89,560 कोवैक्सीन)। अभी तक स्वास्थ्यकर्मियों, कोरोना योद्धाओं और 45 साल से ज्यादा आयुवर्ग के लोगों को टीके के 73,00,460 डोज (पहला और दूसरा मिलाकर) लगाए गए हैं। वहीं, टीके की कमी के कारण राज्य में 18 से 44 साल आयुवर्ग के लोगों का एक मई से होने वाला टीकाकरण शुरू नहीं हो पाया है। सिंघल ने कहा, सामान्य आवंटन के हिसाब से हमें कोविशील्ड के 9.91 लाख डोज मिलने चाहिए। आवंटित किए गए कोवैक्सीन के 3.43 लाख डोज में से हमें अभी तक 1,43,930 डोज मिले हैं। हमें रविवार को कोविशील्ड के अतिरिक्त 3.50 लाख डोज मिले।

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