अवैध धर्मांतरण मामले में गिरफ्त में आया मौलाना कलीम सिद्दीकी नए नए खुलासे कर रहा है। कलीम से पूछताछ के दौरान एटीएस को पता चला है कि 21 जून को अवैध धर्मांतरण मामले में उमर गौतम के पकड़े जाने के बाद से ही कलीम व उसके साथियों को पकड़े जाने का डर सताने लगा था। यही वजह थी कि कलीम ने ट्रस्ट में आए पैसों को तेजी से खर्च करना भी शुरू कर दिया था।
सूत्रों के अनुसार कलीम ने अपने करीबियों को पैसे देकर न सिर्फ अलग अलग स्थानों पर जमीन और मकान खरीदवाए बल्कि महंगी गाड़ियां भी खरीदी गईं। इदरीस कुरैशी के नाम पर तीन महीने पहले मुजफ्फरनगर में 60 लाख रुपये मकान में खर्च किया जाना और ढाई लाख रुपये की मोटर साइकिल खरीदा जाना इसकी तस्दीक करता है।
अब एटीएस पता लगाने की कोशिश कर रही है कि कलीम ने ट्रस्ट के खातों में आई रकम को और कहां-कहां, कब-कब खर्च किया। सूत्रों का कहना है कि एटीएस को यह भी जानकारी मिली है कि दिल्ली के ओखला में भी मकान के नाम पर मोटी रकम खर्च की गई है। एटीएस इन सबका ब्यौरा जुटा रही है। वहीं एटीएस के सूत्रों का कहना है कि कलीम के साथ-साथ उसके सहयोगियों के खातों को भी खंगाला जा रहा है। एटीएस जिन खातों में करोड़ों रुपये मिले हैं उनका भी सोर्स पता लगाने की कोशिश कर रही है।
सात दिन की रिमांड पर इदरीस, सलीम और कुणाल
उधर, रविवार को गिरफ्तार किए गए कलीम सिद्दीकी के साथी इदरीस कुरैशी, मोहम्मद सलीम और कुणाल चौधरी उर्फ आतिफ को सात दिनों की रिमांड पर न्यायालय ने एटीएस के सुपुर्द करने का आदेश दिया है। रिमांड मंगलवार सुबह 10 बजे से चार अक्तूबर शाम पांच बजे तक के लिए मंजूर की गई है। एटीएस के अधिकारियों का कहना है कि यह तीनों कलीम के काफी करीबी हैं। इन तीनों के पास कलीम की संपत्तियों और ट्रस्ट के खातों में आए पैसों के खर्च का एटीएस पता लगाएगी।
The Blat Hindi News & Information Website