आज लखनऊ में भारतीय जनता पार्टी के जरिये किसान सम्मेलन आयोजित ,मुख्यमंत्री योग आदित्यनाथ करेंगे संबोधित

उत्तर प्रदेश में 2022 में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर बेहद गंभीर भारतीय जनता पार्टी विपक्ष के हर हमले का माकूल जवाब देने की तैयारी में है। किसानों के मुद्दे पर विपक्षी दल भाजपा के खिलाफ माहौल बनाने का प्रयास कर रहे हैं, भाजपा भी जिला तथा मंडल के बाद अब प्रदेश स्तर का किसान सम्मेलन कर रही है।

भारतीय जनता पार्टी ने लखनऊ के वृंदावन क्षेत्र में आज किसान सम्मेलन का आयोजन किया है। इसके मुख्य अतिथि के रूप में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मौजूद रहेंगे। वह वह इस सम्मेलन को संबोधित करेंगे। उनके साथ भारतीय जनता पार्टी के उत्तर प्रदेश के प्रभारी पूर्व केंद्रीय मंत्री राधा मोहन सिंह, उत्तर प्रदेश के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही, गन्ना मंत्री सुरेश कुमार राणा के साथ भाजपा उत्तर प्रदेश किसान मोर्चा के पदाधिकारी भी इस किसान सम्मेलन को संबोधित करेंगे।

भाजपा किसान मोर्चा रविवार को दोपहर दो बजे लखनऊ की वृंदावन योजना के डिफेंस एक्सपो मैदान में किसान सम्मेलन आयोजित करने जा रहा है। मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष कामेश्वर सिंह ने बताया कि सम्मेलन के मुख्य अतिथि मुख्यमंत्री योगी होंगे। विशिष्ट अतिथि प्रदेश प्रभारी राधा मोहन सिंह, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह, कृषि मंत्री सूर्यप्रताप शाही, गन्ना मंत्री सुरेश राणा और मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष व सांसद राजकुमार चाहर होंगे।

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गन्ना मूल्य की हो सकती है घोषणा

भाजपा किसान मोर्चा के किसान सम्मेलन में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पेराई सत्र 2021-22 के लिए गन्ना मूल्य के साथ ही किसानों के लिए कुछ और घोषणाएं कर सकते हैं। सूत्रों के मुताबिक गन्ने के मूल्य में 10 से 20 रुपये प्रति क्विंटल की बढ़ोत्तरी की घोषणा की जा सकती है। ऐसे में अगेती प्रजाति के गन्ने का मूल्य 340 रुपये प्रति क्विंटल तक हो सकता है। इसी तरह सामान्य प्रजाति का मूल्य 325 से 330 रुपये तक किया जा सकता है। अस्वीकृत प्रजाति का मूल्य 315 से 320 रुपये रह सकता है। जानकारों के मुताबिक अब अस्वीकृत प्रजाति का गन्ना .03 फीसद ही रह गया है जबकि 97 फीसद अगेती और 2.97 सामान्य प्रजाति का गन्ना पैदा हो रहा है। गौर करने की बात यह है कि गन्ने का मूल्य एक रुपये बढ़ाने पर ही चीनी मिलों को लगभग 110 करोड़ रुपये का भुगतान गन्ना किसानों को करना होता है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ इस दौरान किसानों के बकाए बिजली बिल का सरचार्ज माफ करने की भी घोषणा कर सकते हैं।

प्रदेश में कृषि कानून विरोधी आंदोलन को समर्थन देकर विपक्ष ने सत्ताधारी दल के खिलाफ माहौल बनाने का पूरा प्रयास किया है। इसके जवाब में भाजपा सरकार लगातार दावा कर रही है कि सरकार की नीतियों से किसानों की स्थिति सुधरी है और वह सरकार के साथ हैं। यही संदेश देने के लिए रविवार को राजधानी में बड़ा मंच सजाया गया है। भाजपा किसान मोर्चा ने इस समागम में हर विधानसभा क्षेत्र से किसान बुलाए हैं। उनके प्रतिनिधि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का सम्मान भी करेंगे।

इस आयोजन में प्रदेश की सभी 403 विधानसभा सीटों से किसानों को बुलाया गया है। भाजपा उत्तर प्रदेश का लक्ष्य कुल करीब बीस हजार किसानों को आमंत्रित करने का है। सरकार की नीतियों से संतुष्ट किसानों के प्रतिनिधि मुख्यमंत्री का सम्मान भी करेंगे। इसकी तैयारियों को लेकर प्रदेश मुख्यालय में शनिवार को बैठक भी हुई।

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