नयी दिल्ली। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने शुक्रवार को बताया कि कोरोना वायरस संक्रमण की गंभीरता में आनुवंशिक संवेदनशीलता की भूमिका निर्धारित करने के लिए टाटा मेमोरियल अस्पताल के साथ मिलकर निगरानी अध्ययन किया जा रहा है। प्रधानमंत्री कार्यालय में राज्य मंत्री ने इसे अनोखा और विश्व में हो रहे दुर्लभ अध्ययनों में से एक बताया है। उन्होंने बताया कि अध्ययन का परिणाम जल्द ही वैश्विक वैज्ञानिक समुदाय के साथ साझा किया जाएगा। इसका अलावा भी एक अध्ययन जारी है जिसमें मौखिक संकेतों का पता लगाने की कोशिश की जा रही है जो कोविड-19 की गंभीरता का अनुमान लगा सकते हैं। परमाण ऊर्जा विभाग (डीएई) का प्रभार संभाल रहे सिंह ने कहा, “कोविड-19 की गंभीरता के लिए आनुवंशिक संवेदनशीलता निर्धारित करने के लिए टाटा मेमोरियल अस्पताल के साथ मिलकर वर्तमान में कोविड-19 के लिए निगरानी अध्ययन जारी है।” टाटा मेमोरियल अस्पताल परमाणु ऊर्जा विभाग के अंतर्गत एक इकाई है।
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