नई दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कोरोना महामारी से निपटने के लिए स्वच्छता पर अत्यधिक बल देते हुए कहा है कि देश को किसी भी कीमत पर स्वच्छ भारत अभियान को मंद नहीं पड़ने देना है।
श्री मोदी ने रविवार को आकाशवाणी पर अपने मासिक रेडियो कार्यक्रम ‘मन की बात’ में कहा कि उन्हें लगता है कि कोरोना महामारी के दौरान स्वच्छता पर जितनी बात की जानी चाहिए थी उसमें कुछ कमी आयी है। स्वच्छता के महत्व पर बल देते हुए उन्होंने कहा हमें इसमें रत्ती भर भी कमी नहीं आने देनी है।
स्वच्छ भारत अभियान में मध्य प्रदेश के शहर इंदौर के विशेष योगदान का उल्लेख करते हुए उन्होंने कहा कि अब इंदौर और स्वच्छता एक दूसरे के प्रयाय बन गये हैं। उन्होंने कहा, “हम ये भलीभांति जानते हैं कि जब भी स्वच्छ भारत अभियान की बात आती है तो इंदौर का नाम आता ही आता है क्योंकि इंदौर ने स्वच्छता के संबंध में अपनी एक विशेष पहचान बनाई है और इंदौर के नागरिक इसके अभिनन्दन के अधिकारी भी है। हमारा ये इंदौर कई वर्षों से ‘स्वच्छ भारत रैंकिंग’ में पहले नम्बर पर बना हुआ है।”
स्वच्छता के क्षेत्र में इंदौर में की जा रही नई पहल ‘वाटर प्लस सिटी’ की जानकारी देते हुए उन्होंने कहा, “अब इंदौर के लोग स्वच्छ भारत के इस रैंकिंग से संतोष पा कर के बैठना नहीं चाहते हैं वे आगे बढ़ना चाहते हैं, कुछ नया करना चाहते हैं। और उन्होंने क्या मन में ठान ली है, वे ‘वाटर प्लस सिटी’, बनाए रखने के लिए जी जान से जुटे हुए है। यानी ऐसा शहर जहाँ बिना उपचार के कोई भी सीवेज किसी सार्वजनिक जल स्त्रोत में नहीं डाला जाता।”
उन्होंने कहा कि इंदौर के लोगों ने ने खुद आगे आकर अपनी नालियों को सीवर लाइन से जोड़ा है। स्वच्छता अभियान भी चलाया है और इस वजह से सरस्वती और कान्ह नदियों में गिरने वाला गन्दा पानी भी काफी कम हुआ है और सुधार नज़र आ रहा है।
प्रधानमंत्री ने कहा, “आज जब हमारा देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है तो हमें ये याद रखना है कि स्वच्छ भारत अभियान के संकल्प को हमें कभी भी मंद नहीं पड़ने देना है। हमारे देश में जितने ज्यादा शहर ‘वाटर प्लस सिटी’ होंगे उतना ही स्वच्छता भी बढ़ेगी और हमारी नदियाँ भी साफ होंगी तथा पानी बचाने की एक मानवीय जिम्मेवारी निभाने के संस्कार भी होंगे।”