प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्राचीर पर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराया और देश को संबोधित कर रहे हैं। आज का दिन इसलिए भी खास है क्योंकि देश आजादी के 75वीं वर्षगांठ को ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ के तौर पर मना रहा है। बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भारत की आजादी का 75वां वर्ष मनाने के लिए मार्च 2021 में गुजरात के अहमदाबाद के साबरमती आश्रम से ‘आजादी का अमृत महोत्सव’ शुरू किया था, जो 15 अगस्त, 2023 तक जारी रहेगा। देश में आज जश्न का माहौल है और हर देशवासी देशभक्ति के जज्बे से लबरेज है। 15 अगस्त 1947 को भारत अंग्रेजों की गुलामी से आजाद हुआ था। इसी दिन की याद में हर साल हिन्दुस्तान में 15 अगस्त का दिन स्वतंत्रता दिवस के रूप में मनाया जाता है। यह दिन हमें महात्मा गांधी, भगत सिंह, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, चंद्रशेखर आजाद समेत सैंकड़ों महान स्वतंत्रता सेनानियों के त्याग, तपस्या और बलिदान की याद दिलाता है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जब लाल किले की प्राचीर पर राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराया तभी भारतीय वायु सेना के दो एमआई-17 1वी हेलीकॉप्टर्स ने पहली बार समारोह स्थल के ऊपर पुष्प वर्षा की। रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, टोक्यो ओलंपिक में पदक जीतने वाले 32 खिलाड़ियों और भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) के दो अधिकारी भी लाल किले में आयोजित समारोह में भाग ले रहे हैं। रविवार सुबह जब पीएम मोदी का लाल किले पर आगमन हुआ तब रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और रक्षा सचिव ने उनकी अगवानी। रक्षा सचिव, दिल्ली क्षेत्र के जनरल ऑफिसर कमांडिंग (जीओसी), लेफ्टिनेंट जनरल विजय कुमार मिश्रा का प्रधानमंत्री से परिचय कराया। इसके बाद दिल्ली क्षेत्र के जीओसी मोदी को सैल्यूटिंग बेस तक ले गए, यहां एक संयुक्त इंटर-सर्विसेज और दिल्ली पुलिस गार्ड ने प्रधानमंत्री को सामान्य सलामी दी। इसके बाद प्रधानमंत्री ने सलामी गारद का निरीक्षण किया।
कौन-कौन हैं मौजूद
प्रधानमंत्री के लिए सलामी गारद दल में सेना, नौसेना, वायु सेना और दिल्ली पुलिस प्रत्येक में से एक-एक अधिकारी और 20-20 जवान शामिल हैं। सलामी गारद के निरीक्षण के बाद, प्रधानमंत्री मोदी ने लाल किले की प्राचीर के लिए प्रस्थान किया, यहां उनका स्वागत रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट, प्रमुख रक्षा अध्यक्ष (सीडीएस) जनरल बिपिन रावत, थल सेना प्रमुख जनरल एम.एम. नरवणे, नौसेना प्रमुख एडमिरल करमबीर सिंह और वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल आर.के.एस. भदौरिया ने किया।
दिल्ली क्षेत्र के जीओसी राष्ट्रीय ध्वज फहराने के लिए प्रधानमंत्री को प्राचीर स्थित मंच पर ले गए। ध्वज फहराने के बाद तिरंगे को ‘राष्ट्रीय सलामी’ दी गई। नौसेना के बैंड ने राष्ट्रीय ध्वज फहराने और ‘राष्ट्रीय सलामी’ के दौरान राष्ट्रगान की धुन बजाई। इसमें 16 लोग शामिल हुए। बैंड का संचालन एमसीपीओ विंसेंट जॉनसन द्वारा किया गया। लेफ्टिनेंट कमांडर पी. प्रियंबदा साहू ने राष्ट्रीय ध्वज फहराने में प्रधानमंत्री की सहायता की। इसके साथ विशिष्ट 2233 फील्ड बैटरी (औपचारिक) के बहादुर जवानों ने 21 तोपों की सलामी दी।
दूसरी बार हुई पुष्प वर्षा
प्रधानमंत्री के राष्ट्रीय ध्वज फहराने के बाद अमृत फॉर्मेशन में भारतीय वायु सेना के दो एमआई 17 1वी हेलीकॉप्टरों द्वारा कार्यक्रम स्थल पर पुष्प वर्षा की गई। पहले हेलीकॉप्टर के कप्तान विंग कमांडर बलदेव सिंह बिष्ट, वहीं दूसरे हेलीकॉप्टर की कमान विंग कमांडर निखिल मेहरोत्रा ने संभाली। इससे पहले आजादी की 50वीं वर्षगांठ पर भी पुष्प वर्षा की गई थी। पुष्प वर्षा के बाद प्रधानमंत्री राष्ट्र को संबोधित कर रहे हैं। मंत्रालय के अनुसार प्रधानमंत्री के भाषण के समापन पर राष्ट्रीय कैडेट कोर (एनसीसी) के कैडेट राष्ट्रगान गाएंगे। राष्ट्रीय उल्लास के इस पर्व में विभिन्न स्कूलों के पांच सौ (500) एनसीसी कैडेट (सेना,नौसेना और वायु सेना) हिस्सा लेंगे।
स्वतंत्रता दिवस से पहले राष्ट्रीय राजधानी में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी
राष्ट्रीय राजधानी में स्वतंत्रता दिवस के मद्देनजर सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद कर दी गई है और हजारों सुरक्षाकर्मी संवेदनशील और महत्वपूर्ण स्थानों पर कड़ी निगरानी रख रहे हैं। दिल्ली की सीमाओं पर भी सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है, जहां हजारों किसान केंद्र के नये कृषि कानूनों के खिलाफ आठ महीने से अधिक समय से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। अधिकारियों ने शनिवार को यह जानकारी दी। पुलिस के अनुसार, लाल किले पर सुरक्षा के कई घेरे तैयार किए गए हैं, जहां से प्रधानमंत्री 75वें स्वतंत्रता दिवस के मौके पर राष्ट्र को संबोधित कर रहे हैं।
भारी संख्या में बलों की तैनाती
किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे, रेलवे स्टेशन, बस टर्मिनल और सीमावर्ती इलाकों समेत शहर भर के महत्वपूर्ण प्रतिष्ठानों के बाहर भारी संख्या में अवरोधक लगाए गए हैं और अतिरिक्त कर्मियों की तैनाती हुई तथा कई घेरे में सुरक्षा व्यवस्था के प्रबंध किए गए हैं। गड़बड़ी को रोकने के लिए शहर भर में जांच और गश्ती बढ़ा दी गई है। राष्ट्रीय राजधानी में कोई अप्रिय घटना न हो, यह सुनिश्चित करने के लिए दिल्ली पुलिस द्वारा मोटरबोट पर यमुना नदी में गश्त की जा रही है। खतरे की आशंका और खुफिया सूचनाओं के मद्देनजर आतंक रोधी कदम उठाए जा रहे हैं।