वाराणसी में नक्खीघाट क्षेत्र में सिंधवा घाट के पास दोषीपुरा निवासी मो. कामिल (21) पुत्र बिलाल अहमद की रेलवे ट्रैक पर सिर कटी लाश मिली है। मो. कामिल पिछले दिनों एक किशोरी के साथ भाग गया था। लड़की के परिजनों ने किशोरी के अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया था। तीन दिन पहले ही कामिल और किशोरी को अमेठी से पकड़कर घर लाया गया था। युवक के परिजनों ने लड़की वालों पर हत्या कर शव फेंकने का आरोप लगाया है। पुलिस ने शव कब्जे में लेने के साथ ही जांच पड़ताल शुरू कर दी है।
मोहम्मद कामिल नक्खीघाट में एक व्यक्ति के यहां चालक का काम करता था। काम के दौरान ही उसकी दोस्ती वाहन मालिक की नाबालिग बेटी से हो गई। दोनों में प्यार हो गया और दो अगस्त को किशोरी के साथ कामिल लापता हो गये। किशोरी के भाई ने जैतपुरा थाने में कामिल और उसके एक दोस्त के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज कराया था। किशोरी के भाई ने तहरीर में यह भी बताया था कि उसकी बहन और कामिल घर से चार लाख रुपये और गहने भी साथ ले गये। आशंका जताई कि रुपये और जेवर के चक्कर में कामिल और उसका दोस्त कहीं बहन की हत्या कर सकते हैं।
इधर पुलिस तो दोनों का पता नहीं लगा सकी लेकिन युवक और किशोरी के परिजन ही सक्रिय हुए। दोनों को तीन दिन पहले अमेठी में होने की जानकारी मिलने पर पहुंचे और पकड़कर घर लाया गया। तभी से दोनों अपने-अपने घर पर थे। गुरुवार शाम कामिल अपने घर पर था। रात आठ बजे वह घर से निकला, फिर नहीं लौटा। सुबह उसकी लाश मिलने पर जैतपुरा थाने पर सूचना दी गई।
युवक के पिता बिलाल अहमद ने किशोरी के परिजनों पर हत्या का आरोप लगाया है। बताया कि अमेठी में जब किशोरी के परिजन गये तो वहां पर बेटे को पीटा गया। बेटे ने फोनकर जानकारी दी। इसके बाद सभी गये और कामिल को लेकर घर आये। बिलाल ने आशंका जताई कि उसके बेटे की हत्या कर शव रेलवे ट्रैक पर फेंक दिया गया। जैतपुरा थानाध्यक्ष शशिभूषण राय ने बताया कि अभी तहरीर नहीं मिली है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत की वजह स्पष्ट होने के बाद तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया जाएगा।