गाजियाबाद के डासना जिला कारागार में बंद दो कैदियों की जिला संयुक्त सरकारी अस्पताल में मौत हो गई। अधिकारियों ने मंगलवार को यह जानकारी दी। दोनों कैदियों का सांस लेने में तकलीफ़ के कारण जेल अस्पताल में इलाज चल रहा था।
जेल अधिकारियों ने बताया कि जब उनकी तबीयत बिगड़ी तो उन्हें जिला अस्पताल रेफर कर दिया गया, जहां सोमवार दोपहर दो घंटे के भीतर उनकी मौत हो गई। कैदियों की पहचान खोड़ा थाना क्षेत्र के शंकर विहार कॉलोनी निवासी वाजिद (27) और धर्मेंद्र (60) के रूप में हुई है।
वाजिद को 20 नवंबर, 2024 को आपराधिक मामले में जेल भेजा गया था, जबकि अस्थमा के मरीज धर्मेंद्र को इसी साल 20 जुलाई को लोनी बॉर्डर पुलिस ने जेल भेजा था।
डासना जेल के अधीक्षक सीताराम शर्मा ने ‘पीटीआई-भाषा’ को बताया कि दोनों कैदियों की तबीयत में उतार-चढ़ाव आ रहा था। कल जब उन्हें सांस लेने में गंभीर तकलीफ हुई तो उन्हें जिला अस्पताल भेजा गया, जहां उनकी मौत हो गई।
उन्होंने बताया कि मंगलवार को डॉक्टरों के एक पैनल की निगरानी में उनका पोस्टमार्टम किया गया। नियमानुसार इसकी वीडियोग्राफी भी कराई गई है। शर्मा ने बताया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट का अभी इंतजार है और रिपोर्ट आने के बाद ही उनकी मौत के कारणों का पता चल सकेगा।
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