संसद का मानसून सत्र सोमवार, 21 जुलाई को हंगामे के साथ शुरू हुआ। लोकसभा और राज्यसभा दोनों में ही हंगामा देखने को मिला। दोनों सदन बार-बार स्थिगित भी हुए। हालांकि, सरकार साफ तौर पर कह रही है कि वह हर विषय पर चर्चा को तैयार है। इस बीच केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ट्वीट कर विपक्ष पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि संसद लोकतंत्र का मंदिर है और लोकतंत्र चर्चा से जीवंत होता है। सरकार ऑपरेशन सिंदूर सहित हर विषय पर चर्चा के लिए तैयार है लेकिन विपक्ष चर्चा से भाग रहा है और लोकतंत्र को शोरतंत्र बना रहा है।
शिवराज ने आगे लिखा कि आखिर विपक्ष चर्चा से क्यों भाग रहा है? जब सरकार चर्चा के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि एक तरफ पूरा देश भारतीय सेना के शौर्य और पराक्रम से गौरवान्वित है, और सेना की जय-जयकार कर रहा है। आज भारतीय सेना के शौर्य की अनुगूंज पूरे विश्व में हो रही है। ऐसे में मानसून सत्र के पहले दिन विपक्ष को सरकार के साथ खड़े होकर एक सुर में सेना के शौर्य को प्रणाम करना चाहिए था जिससे पूरी दुनिया में संदेश जाता कि पूरा भारत एक है। लेकिन इसके विपरीत विपक्ष पाकिस्तान की भाषा बोल रहा है, सेना के पराक्रम पर सवाल खड़े कर रहा है।
भाजपा नेता ने लिखा कि भारतीय सेना का ऐसा शौर्य और साहस कि पाकिस्तान आज तक अपना रहीम यार खान एयरबेस ठीक नहीं कर पाया है। प्रत्येक भारतीय को देश की सेना पर गर्व है और हम सभी पूरी मजबूती के साथ अपनी सेना के साथ खड़े हैं। इससे पहले उन्होंने एक्स पोस्ट में कहा था कि संसद केवल ईंट, पत्थर और सीमेंट से बना एक भवन नहीं, बल्कि यह हमारे लोकतंत्र का पवित्र मंदिर है।
उन्होंने लिखा था कि आज से संसद का मानसून सत्र आरंभ हो रहा है। यह समय राष्ट्र निर्माण, जनकल्याण और विकास के महत्वपूर्ण विषयों पर गहन, सकारात्मक और रचनात्मक विमर्श का है। लोकतंत्र की आत्मा संवाद और सहमति में बसती है। देश की जनता अपेक्षा करती है कि सभी राजनीतिक दल परिपक्वता और सहयोग की भावना से, विचार-विमर्श के माध्यम से देश की प्रगति में अपना सार्थक योगदान दें। आइए, हम सभी मिलकर संसद की गरिमा को और ऊँचाई दें, और जनसेवा के इस पुनीत अवसर का पूर्ण उपयोग करें।
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