ग्रुप कैप्टन और अंतर्राष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) जाने वाले पहले भारतीय अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला पृथ्वी पर वापस आ गए हैं। यह एक्सिओम स्पेस के एक्स-4 मिशन के सफल समापन का प्रतीक है। वह आधिकारिक तौर पर 41 वर्षों के बाद अंतरिक्ष की यात्रा करने वाले दूसरे भारतीय अंतरिक्ष यात्री और ISS जाने वाले पहले व्यक्ति बन गए हैं। इस टीम में पैगी व्हिटसन (कमांडर), स्लावोश उज़नांस्की-विस्निव्स्की (पोलैंड), और टिबोर कपु (हंगरी) भी शामिल थे। चालक दल सोमवार (14 जुलाई) को दोपहर 2 बजे स्पेसएक्स के ड्रैगन अंतरिक्ष यान “ग्रेस” पर सवार हुआ, तथा शाम 4:45 बजे आईएसएस के हार्मनी मॉड्यूल से अलग हुआ।
मिशन 14 दिन का था, पर 18 दिन चला। वहां 60 प्रयोग किए गए। इनमें 7 इसरो के थे। शुभांशु 263 किलो वैज्ञानिक सामान और डेटा ला रहे हैं। यह मिशन इसरो के लिए अहम है, क्योंकि भारत का पहला मानव अंतरिक्ष मिशन गगनयान 2027 में लॉन्च होना है। शुभांशु के मिशन पर 550 करोड़ खर्च आया। शुभांशु शुक्ला की कुशल वापसी पर पीएम मोदी ने खुशी जताई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक्स पर पोस्ट में कहा कि मैं पूरे देश के साथ ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला का स्वागत करता हूँ, जो अपने ऐतिहासिक अंतरिक्ष मिशन से पृथ्वी पर लौट रहे हैं।
धरती पर उतरने के बाद शुभांशु 7 दिन आइसोलेशन में रहेंगे। 18 दिन शून्य गुरुत्वाकर्षण में बिताकर आ रहे हैं। इस रिहैब प्रोग्राम में फ्लाइट सर्जन उनकी निगरानी करेंगे। भारत लौटने से पहले उन्हें कई चिकित्सकीय, शारीरिक और मनोवैज्ञानिक मूल्याकंनों से गुजरना होगा।
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