इस आपदा ने इलाकों में भूस्खलन और ओलावृष्टि भी की, जिससे बुनियादी ढांचे और संपत्तियों को भारी नुकसान पहुंचा है। स्थानीय प्रशासन और आपदा प्रबंधन टीम ने राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया है और नागरिकों से सावधानी बरतने की अपील की है।
कई इमारतें और वाहन क्षतिग्रस्त
रामबन जिले में भारी बारिश और ओलावृष्टि के बाद भूस्खलन के कारण कई इमारतें और वाहन क्षतिग्रस्त हो गए हैं। सामने आई जानकारी के अनुसार, आपदा में दस घर पूरी तरह से नष्ट हो गए, जबकि 40 मकान क्षतिग्रस्त हो गए। पुलिस और जिला प्रशासन ने प्रभावित क्षेत्र में फंसे करीब 90 से 100 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया है।
जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर आवाजाही प्रभावित
लगातार बारिश के कारण हुए भूस्खलन के बाद रामबन जिले में जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग 44 का एक हिस्सा बुरी तरह प्रभावित हुआ है। प्रशासन ने लोगों को इस राजमार्ग से गुजरने से बचने की सलाह दी है। उप यातायात निरीक्षक जावेद कटारिया ने कहा, ‘राष्ट्रीय राजमार्ग (रामबन जिले में जम्मू-श्रीनगर एनएच) पूरी तरह से अवरुद्ध है (भूस्खलन के कारण)। मौसम में सुधार होने तक इस राजमार्ग से गुजरने से बचें।
अधिकारियों ने क्या कहा?
एक वरिष्ठ सरकारी अधिकारी ने बताया कि भारी बारिश, बादल फटने, तेज हवाओं, भूस्खलन और ओलावृष्टि के कारण पूरे जिले में भारी नुकसान हुआ है। अधिकारी ने कहा, ‘हम स्थिति पर नजर रख रहे हैं और बाद में (नुकसान का) आकलन किया जाएगा ताकि प्रभावित लोगों को सहायता प्रदान की जा सके। इस समय हमारी प्राथमिकता लोगों की जान बचाना है।