जयपुर। राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्य सरकार पर बढ़ते तापमान और लू के प्रकोप से निपटने में बदइंतजामी का आरोप लगाते हुए कहा है कि इस मामले में हाईकोर्ट की चिंता बिल्कुल जायज है। उन्होंने कहा कि पिछली साल 30 मई को हाईकोर्ट ने लू से होने वाली मौतों पर स्वत: संज्ञान लेते हुए राज्य सरकार को आवश्यक निर्देश दिए थे, लेकिन सरकार ने उन निर्देशों को लागू नहीं किया।
गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार ने इस साल गर्मी आने तक भी आमजन की रक्षा के लिए कोई उचित व्यवस्था नहीं की है। उन्होंने कहाकि लू से लोगों के जीवन को बचाना राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता होनी चाहिए, ताकि लोग असमय मृत्यु का शिकार न हों। पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि हाईकोर्ट ने पिछले साल भी लू से होने वाली मौतों पर चिंता जताई थी और सरकार को आवश्यक कदम उठाने के लिए कहा था। लेकिन, सरकार ने उन निर्देशों को गंभीरता से नहीं लिया, जिसके कारण आज फिर हाईकोर्ट को इस मामले में दखल देना पड़ रहा है।
गहलोत ने कहा कि राज्य सरकार को तत्काल प्रभाव से लू से बचाव के लिए आवश्यक कदम उठाने चाहिए। अस्पतालों में लू से प्रभावित लोगों के लिए पर्याप्त व्यवस्था होनी चाहिए और लोगों को लू से बचने के लिए जागरूक किया जाना चाहिए।