घरेलू एलपीजी सिलेंडर की कीमत में 50 रुपये प्रति सिलेंडर की बढ़ोतरी की गई है। सब्सिडी वाले और सामान्य श्रेणी के ग्राहकों दोनों के लिए कीमत में बढ़ोतरी की गई है। अब इसको लेकर विपक्ष सरकार पर हमलावर हो गया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि LPG गैस सिलेंडर की ही कमी रह गई थी, मोदी जी… । इस बार तो महँगाई का चाबुक “उज्जवला” की ग़रीब महिलाओं की बचत पर भी चल गया। उन्होंने आरोप लगाया कि लूट, वसूली, हेराफेरी…सब मोदी सरकार के पर्याय बन चुके हैं।
टीएमसी नेता कुणाल घोष ने कहा कि हम इस तरह की मूल्य वृद्धि का कड़ा विरोध करते हैं। यह लोगों पर बोझ है। केंद्र सरकार अपनी जनविरोधी नीतियों के कारण जनविरोधी है। ये मूल्य वृद्धि ‘रोटी, कपड़ा और मकान’ से संबंधित वस्तुओं के लिए है। हम इसकी निंदा करते हैं। पिछले सप्ताह, वाणिज्यिक एलपीजी गैस सिलेंडर की कीमतों में 41 रुपये की कमी की गई थी। मूल्य संशोधन ने रेस्तरां, होटल और अन्य वाणिज्यिक प्रतिष्ठानों को प्रभावित किया जो दैनिक कार्यों के लिए इन सिलेंडरों का उपयोग करते हैं।
सरकार ने पेट्रोल और डीजल पर अपना उत्पाद शुल्क भी बढ़ा दिया है, हालांकि, इस बढ़ोतरी का बोझ उपभोक्ताओं पर नहीं डाला जाएगा और इसका बोझ तेल विपणन कंपनियों द्वारा उठाया जाएगा। एक आधिकारिक आदेश में बताया गया कि पेट्रोल पर उत्पाद शुल्क बढ़ाकर 13 रुपये प्रति लीटर और डीजल पर 10 रुपये प्रति लीटर कर दिया गया है।
The Blat Hindi News & Information Website