भारत-श्रीलंका के बीच रक्षा सहयोग सहित कई महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर

कोलंबो । प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके के बीच शनिवार को कोलंबो स्थित राष्ट्रपति सचिवालय में द्विपक्षीय वार्ता हुई। इसके बाद दोनों पक्षों में रक्षा सहयोग और त्रिंकोमाली को ऊर्जा केंद्र के रूप में विकसित करने सहित कई महत्वपूर्ण समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए। हस्ताक्षरित अन्य एमओयू में विद्युत के आयात/निर्यात के लिए एचवीडीसी इंटरकनेक्शन का कार्यान्वयन; डिजिटल परिवर्तन के लिए बडे स्तर पर कार्यान्वित सफल डिजिटल समाधानों को साझा करने के क्षेत्र में सहयोग, पूर्वी प्रांत के लिए बहु-क्षेत्रीय अनुदान सहायता, स्वास्थ्य-चिकित्सा के क्षेत्र में सहयोग और फार्माकोपिया सहयोग, शामिल हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने भारत में प्रतिवर्ष 700 श्रीलंकाई लोगों को शामिल करने वाले व्यापक क्षमता निर्माण कार्यक्रम की भी घोषणा की।

इसके अलावा त्रिंकोमाली में थिरुकोनेश्वरम मंदिर, नुवारा एलिया में सीता एलिया मंदिर और अनुराधापुरा में पवित्र शहर परिसर परियोजना के विकास के लिए भारत से अनुदान सहायता; ‘अंतर्राष्ट्रीय वेसाक दिवस 2025’ पर श्रीलंका में भगवान बुद्ध के अवशेषों की प्रदर्शनी; साथ ही ऋण पुनर्गठन पर द्विपक्षीय संशोधन समझौतों पर भी हस्ताक्षर हुए।
दोनों नेताओं ने कृषि के क्षेत्र में उच्च प्रभाव सामुदायिक विकास परियोजना, दांबुला में अपनी तरह का पहला 5000 मीट्रिक टन तापमान नियंत्रित गोदाम और श्रीलंका के सभी 25 जिलों में धार्मिक स्थलों को 5000 सौर रूफटॉप यूनिट की सप्लाई का भी संयुक्त रूप से ई-उद्घाटन किया। उन्होंने 120 मेगावाट की सामपुर सौर परियोजना के शुभारंभ के लिए वर्चुअल भूमिपूजन समारोह में भी भाग लिया।

इससे पहले श्रीलंका ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को देश के सर्वोच्च सम्मान ‘मित्र विभूषण’ से नवाजा। राष्ट्रपति दिसानायके ने उन्हें यह सम्मान दिया। यह किसी विदेशी राष्ट्र की ओर से प्रधानमंत्री मोदी को दिया गया 22वां अंतर्राष्ट्रीय सम्मान है।

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