महाकुंभ का अगला बड़ा स्नान 12 फरवरी यानी माघ पूर्णिमा की तिथि पर होना है, इस दिन की हिंदू धर्म में खास मान्यता है। पूर्णिमा का दिन भगवान विष्णु के साथ-साथ भगवान शिव को भी समर्पित है। इस दिन स्नान दान करने से जातक के जीवन में सकारात्मक परिणाम देखने को मिलते हैं। साथ ही शिव आराधना को भी खास माना गया है। ऐसे में इस दिन कैसे करनी चाहिए शिव जी की पूजा आइए जानते हैं…
कैसे करें भोलनाथ की पूजा?
सबसे पहले जातक माघ पूर्णिमा के दिन प्रात:काल उठे और गंगा स्नान या घर में गंगाजल से स्नान करें। इसके बाद भोलनाथ व देवी पार्वती को गंगाजल से अभिषेक कराएं फिर शहद, दूध, मिठाई से अभिषेक कराएं फिर गंगाजल से उन्हें दोबारा अभिषेक कराएं। इसके बाद भोलेनाथ को भस्म अर्पित करें और फिर बेलपत्र, शमी, पीला फूल और धतूरा चढ़ाएं। इसके बाद ऊं नम: शिवाय मंत्र का 108 बार जप करें। भगवान शिव आपके सारे संकट दूर कर देंगे।
कैसे करें विष्णु भगवान की पूजा?
इस दिन सुबह उठकर स्नान आदि करें फिर सूर्य देव को जल अर्पित करें। इसके बाद एक चौकी पर लाल कपड़ा बिछाकर श्रीहरि और मां लक्ष्मी की प्रतिमा स्थापित करें। इसके बाद भगवान को गंगाजल से नहलाएं। फिर उन्हें चंदन लगाएं और विष्णु मंत्र और लक्ष्मी मंत्र का जप करें। साथ ही धूप, दीप, नैवेद्य आदि अर्पित करें। फिर शाम को सत्यनारायण व्रत कथा जरूर सुनें। इससे आपकी सारी दिक्कतें दूर हो जाएंगी।
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