विधानसभा चुनाव में अरविंद केजरीवाल की अगुआई वाली आम आदमी पार्टी बीजेपी से हार गई है। अब आप की करारी हार के कारणों का विश्लेषण किया जा रहा है। इन सबके बीच केजरीवाल के पूर्व सहयोगियों ने ‘आम आदमी पार्टी’ की हार के लिए उन्हें ही जिम्मेदार ठहराया है। उनके पूर्व सहयोगियों का कहना है कि दिल्ली के पूर्व सीएम की ‘बहानेबाजी, दुष्प्रचार’ की राजनीति इसकी वजह है।
प्रशांत भूषण ने केजरीवाल पर साधा निशाना
प्रशांत भूषण, जिन्हें पार्टी की दिशा और नेतृत्व शैली पर आंतरिक संघर्ष और मतभेदों के कारण आप से निष्कासित कर दिया गया था, ने कहा, ‘वैकल्पिक राजनीति के लिए गठित एक पार्टी, जिसे पारदर्शी, जवाबदेह और लोकतांत्रिक माना जाता था, उसे अरविंद ने जल्दी ही एक सुप्रीमो के वर्चस्व वाली, अपारदर्शी और भ्रष्ट पार्टी में बदल दिया, जिसने लोकपाल की मांग नहीं की और अपने स्वयं के लोकपाल को हटा दिया।’
प्रशांत भूषण ने कहा कि उन्होंने अपने लिए 45 करोड़ का ‘शीश महल’ बनवाया और लग्जरी कारों में घूमना शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने आप द्वारा गठित विशेषज्ञ समितियों की 33 विस्तृत नीति रिपोर्टों को यह कहते हुए रद्दी में डाल दिया कि पार्टी समय आने पर उचित नीतियां अपनाएगी।