भारत का दम देखने को मिला है। वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में भारत की बढ़ती अर्थव्यवस्था की तारीफ की गई है। भारत की तरफ से कई राज्यों के मुख्यमंत्रियों ने इसमें शिरकत की। भारत ने पहले ही दिन 20 लाख करोड़ रुपये से अधिक की निवेश प्रतिबद्धताएं हासिल करने में सफल रहा, जिसमें अकेले महाराष्ट्र की लगभग 80 प्रतिशत हिस्सेदारी रही। दुनियाभर की बड़ी बड़ी कंपनियों के साथ महाराष्ट्र के 61 एमओयू साइन हुए हैं। 15.7 लाख करोड़ का निवेश महाराष्ट्र में 16 लाख लोगों को रोजगार देगा। दूसरे नंबर पर तेलंगाना रहा जिसने 20 एमओयू पर साइन किए हैं। 1.80 लाख करोड़ का कुल इनवेस्टमेंट प्रपोजल है। इसके अलावा केरल, उत्तर प्रदेश, आंध्र प्रदेश राज्य भी निवेश हासिल करने में सफल रहे हैं। हैदराबाद में 17 हजार जॉब के अवसर निकलेंगे।
इसमें पूरे इवेंट के दौरान टीम इंडिया का दम दिखा है और इसकी तारीफ भी हुई है। वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में शामिल दुनियाभर की संस्थाओँ की तरफ से सराहा गया। इंटरनेशनल मॉनिटरी फंड(आईएमएफ) की अध्यक्ष ने कहा कि भारत दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती अर्थव्यवस्था है और इंवेस्टमेंट का सबसे पसंदीदा डेस्टिनेशन है। वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के सीईओ बोर्गे ब्रेंडे ने भारत की तारीफ करते हुए कहा कि भारत तेजी से तरक्की की राह पर है। अगले दस सालों में भारत 10 ट्रिलियन की अर्थव्यवस्था बनने के लिए तैयार है। बोर्गे ब्रेंडे ने कहा कि आर्थिक सुधारों के चलते हायर इन्वेस्टमेंट के कारण भारत की जीडीपी 7 से 8 फीसदी की दर से बढ़ सकती है। ब्रेंडे ने आगे कहा कि हम उम्मीद करते हैं कि कुछ सालों में भारत की हिस्सेदारी कुल ग्लोबल ग्रोथ में 20 फीसदी होगी।
इसके सह संस्थापक फ्रांसिस्को डिसूजा ने कहा कि भारत आईटी सेवा उद्योग का हब है। आईटी से संबंधित जितनी भी सर्विसेज चाहिए भारत पूरी दुनिया को मुहैया करा रहा है। आईएमएफ की डिप्टी एमडी गीता गोपीनाथ ने कहा कि भारत दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाली बड़ी अर्थव्यवस्था बना हुआ है। गीता गोपीनाथ ने कहा कि भारत की आर्थिक पॉलिसी बेहतरीन है, जिससे उसकी आर्थिक तरक्की तेजी से होती रहेगी।