राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ प्रमुख की यह टिप्पणी कि राम मंदिर के अभिषेक के बाद भारत को सच्ची आजादी मिली, देशद्रोह के समान है और हर भारतीय का अपमान है। लोकसभा में विपक्ष के नेता नई दिल्ली में कोटला रोड पर नए कांग्रेस मुख्यालय ‘इंदिरा गांधी भवन’ के उद्घाटन के अवसर पर बोल रहे थे। मोहन भागवत हर 2-3 दिन में देश को यह बताने का साहस करते हैं कि वे स्वतंत्र आंदोलन, संविधान के बारे में क्या सोचते हैं। उन्होंने कल जो कहा वह देशद्रोह है क्योंकि इसमें कहा गया है कि संविधान अमान्य है, और अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई अमान्य थी। राहुल गांधी ने अपने भाषण में कहा कि उन्होंने सार्वजनिक रूप से यह कहने का दुस्साहस किया, किसी भी अन्य देश में उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा और मुकदमा चलाया जाएगा।
रायबरेली सांसद ने कहा कि यह कहना कि भारत को 1947 में आजादी नहीं मिली, हर एक भारतीय व्यक्ति का अपमान है। राहुल गांधी ने कहा कि अब समय आ गया है कि हम इस बकवास को सुनना बंद कर दें कि ये लोग सोचते हैं कि वे बस तोते की तरह बातें करते रहेंगे और चिल्लाते रहेंगे।
मोहन भागवत ने क्या कहा?
मोहन भागवत ने सोमवार को कहा कि जिस दिन अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण हुआ, उस दिन भारत को ‘असली आजादी’ मिली। 15 अगस्त, 1947 को भारत को अंग्रेजों से राजनीतिक आजादी मिलने के बाद, देश के ‘स्वयं’ से निकले उस विशिष्ट दृष्टिकोण के दिखाए रास्ते के अनुसार एक लिखित संविधान बनाया गया।
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