नई दिल्ली । संसद की एक समिति ने कहा है कि खेलों में बेहतर प्रदर्शन के लिये प्रत्येक राज्य को अपने क्षेत्र विशेष के एक खेल पर खास ध्यान देना चाहिए और ओडिशा मॉडल की तर्ज पर उच्च गुणवत्ता वाले खेल केंद्र बनाना चाहिए।
‘ओलंपिक खेल 2021 की तैयारी’ विषय पर शिक्षा, महिला, बाल, युवा और खेल संबंधी संसद की स्थायी समिति की रिपोर्ट में यह बात कही गई है। सरकार द्वारा की गई कार्रवाई संबंधी यह रिपोर्ट शुक्रवार को संसद के दोनों सदनों में पेश की गई।
रिपोर्ट के अनुसार, समिति ने पुरूष और महिला हॉकी टीम को प्रायोजित करने में ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक द्वारा की गई पहल और प्रयासों की सराहना की जिससे तोक्यो ओलंपिक में दोनों टीमों ने बेहतर प्रदर्शन किया।
इसमें कहा गया है कि समिति इस संबंध में अतिरिक्त सिफारिश करती है कि खेल प्रदर्शन की गति को बनाये रखने के लिये कॉरपोरेट प्रायोजन प्राप्त करने के अलावा प्रत्येक राज्य को अन्य खेलों के अतिरिक्त उस क्षेत्र के लिये एक खास खेल पर ध्यान केंद्रित कर उसे प्रोत्साहित करना चाहिए।
रिपोर्ट में कहा गया है, ‘‘ प्रत्येक राज्य को ओडिशा मॉडल की तर्ज पर उच्च गुणवत्ता वाले खेल केंद्र बनाना चाहिए और उन्हें विकसित करना चाहिए।’’
समिति ने कहा कि उन्हें (राज्यों को) कम उम्र से ही प्रतिभाओं की पहचान करनी चाहिए और उन्हें बढ़ावा देना चाहिए। इन प्रतिभाओं को खेल किट, उपकरण, कोचिंग, मानसिक प्रोत्साहन आदि के संदर्भ में अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप सहायता प्रदान करनी चाहिए।
समिति ने यह भी कहा कि विभाग को सभी मेधावी खिलाड़ियों के लिये स्थायी रोजगार के अवसर सुनिश्चित करने के ठोस प्रयास करने चाहिए।
रिपोर्ट के अनुसार, ‘‘ समिति पुन: यह सिफारिश करती है कि सभी पदक जीतने वाले एथलीटों के लिये सरकारी नौकरियों में 3 प्रतिशत खेल कोटा आरक्षित होना चाहिए, साथ ही बेरोजगारी की अवधि में विभाग को एथलीटों को वित्तीय सहायता देनी चाहिए।