लखनऊ। ट्रैफिक पुलिस सड़क दुर्घटनाओं से संबंधित सभी जानकारियां अब ऐप पर फीड करेगी। यह प्रक्रिया 15 मार्च से पूरे प्रदेश में शुरू कर दी जाएगी।
केंद्रीय सड़क परिवहन एवं हाइवे मंत्रालय की पहल पर तैयार की गई ‘एकीकृत सड़क दुर्घटना डाटाबेस’ (आईआरएडी) परियोजना तैयार की है। परियोजना के तहत आईआईटी चेन्नई और एनआईसी के सहयोग से एक ऐप तैयार किया गया है। पहले चरण में यह परियोजना यूपी के अलावा महाराष्ट्र, कर्नाटक, मध्य प्रदेश, राजस्थान व तमिलनाडु में लागू की जा रही है। आईआरएडी ऐप के प्रशिक्षण के लिए इन राज्यों में कार्यक्रम भी आयोजित किए गए। यह ऐप एंड्रॉयड प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध है।
यातायात निदेशालय के अनुसार सड़क दुर्घटना होने पर दुर्घटनाग्रस्त होने वाले व्यक्ति के बारे में पूरी सूचना दर्ज करने के अलावा दुर्घटना के स्थान, दुर्घटना की वजह और दुर्घटनाग्रस्त होने वाले वाहनों का भी पूरा ब्योरा दर्ज किया जाएगा। इससे भविष्य में दुर्घटना की दृष्टि से हॉट स्पॉट भी चिह्नित किए जा सकेंगे। साथ ही सड़क के बुनियादी ढांचे में सुधार के लिए दुर्घटनाओं और उपचारात्मक उपायों का पता लगाने में भी मदद मिलेगी। आंकड़ों का इस्तेमाल पुलिस के अलावा स्वास्थ्य और अन्य संबंधित विभाग भी कर सकेंगे।