कोलकाता । दक्षिण कोलकाता के गॉल्फग्रीन इलाके में एक महिला की निर्मम हत्या के मामले में पुलिस ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। शुक्रवार सुबह इलाके में कचरे के ढेर से महिला का कटा हुआ सिर मिलने के बाद पुलिस ने शनिवार को मुख्य आरोपित और मृतका के बहनोई आतिउर लस्कर को गिरफ्तार कर लिया। रविवार को पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि आरोपित ने साली को प्रेम प्रस्ताव ठुकराने और फोन पर ब्लॉक करने से नाराज होकर इस जघन्य अपराध को अंजाम दिया।
पुलिस के अनुसार, मृतका की पहचान खतीजा बीबी के रूप में हुई है, जो दक्षिण 24 परगना की निवासी थी। वह गॉल्फग्रीन इलाके में घरेलू कामगार के रूप में काम करती थी और रोज सुबह बस से कोलकाता आती थी तथा शाम को लौट जाती थी। खतीजा का अपने पति से तलाक हो चुका था और वह अपने बच्चों के साथ अकेली रहती थी। उसकी बड़ी बहन और बहनोई भी उसी इलाके में रहते थे।
पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपित आतिउर, जो पेशे से पेंटिंग करता है, खतीजा को पसंद करने लगा था। उसने कई बार खतीजा को प्रेम प्रस्ताव दिया, जिसे खतीजा ने ठुकरा दिया। इसके बाद खतीजा ने आरोपित को फोन पर ब्लॉक कर दिया, जिससे नाराज होकर उसने इस हत्या की साजिश रची।
गुरुवार को खतीजा और आतिउर रोज की तरह एक साथ कोलकाता आए। दिनभर अपने-अपने काम करने के बाद आतिउर ने खतीजा को रात में साथ खाने का प्रस्ताव दिया। इसी दौरान दोनों के बीच फोन ब्लॉक करने को लेकर बहस हुई। आरोपित ने पहले खतीजा को धक्का देकर गिरा दिया, जिससे वह घायल हो गई। इसके बाद उसने गला दबाकर उसकी हत्या कर दी और धारदार हथियार से शव के तीन टुकड़े कर दिए। इन टुकड़ों को उसने प्लास्टिक की थैली में डालकर गॉल्फग्रीन इलाके में फेंक दिया।
शुक्रवार सुबह खतीजा का कटा हुआ सिर मिलने के बाद पुलिस ने इलाके में उसकी तस्वीर दिखाकर पूछताछ शुरू की। कुछ लोगों ने मृतका की पहचान की और बताया कि वह अक्सर एक व्यक्ति के साथ देखी जाती थी। इस सुराग के आधार पर पुलिस ने आरोपित आतिउर लस्कर को उसके घर से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में आरोपित ने अपना गुनाह कबूल कर लिया।
कोलकाता पुलिस की डीसी (साउथ सबर्बन) विदिशा कलिता दासगुप्ता ने कहा कि मृतका की पहचान के लिए उसकी तस्वीर लोगों को दिखाई गई। दुकानदारों ने महिला को पहचानते हुए जानकारी दी कि वह अक्सर एक व्यक्ति के साथ रहती थी। इसी जानकारी के आधार पर आरोपित को पकड़ा गया। हालांकि, हत्या में इस्तेमाल हथियार अभी बरामद नहीं हुआ है। आरोपित के बयान में कुछ असंगतियां हैं, जिनकी जांच जारी है।