आज हिमाचल प्रदेश के महामहिम राज्यपाल श्री शिव प्रताप शुक्ल ने डॉ सुनील कुमार मिश्रा द्वारा रचित पुस्तक दिव्यांग जन अधिकार अधिनियम २०१६ के लिए प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया। महामहिम राज्यपाल ने कहा की यह पुस्तक समाज में दिव्यांग व्यक्तियों के अधिकारों को बताने एवं उनके जीवन को बदलने वाली पुस्तक है। इस पुस्तक से जहा यह पता लगता है की समाज में आज भी दियांग व्यक्तियों के प्रति क्या धारणा है। भारत के प्रधानमंत्री ने बहुत पहले हो विकलांग व्यक्तियों को दिव्यांग एवं विशेस जन कह कर संबोधित किया था और यह उनके प्रति सबसे बड़ा सम्मान है। इसके साथ ही लोकप्रिय मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने दिव्यांग व्यक्तियों हेतु प्रदेश में सभी सुविधाए मुहैया कराया है। डॉ सुनील कुमार मिश्रा द्वारा अब तक पांच पुस्तक लिखी जा चुकी है,जिसमे से यह एक है। इस पुस्तक के माध्यम से भारत एवं एशिया के दिव्यांग व्यक्तियों के जीवन स्तर तथा उनकी सामाजिक स्थित के बारे में विस्तार से वर्णन किया गया हैं। डॉ सुनील कुमार मिश्रा ने महामहिम से मिले यह सम्मान हेतु उनके प्रति अपना आभार जताया और कहा की महामहिम राज्यपाल श्री शिव प्रताप शुक्ल जी ,असाधारण प्रतिभा के धनी है, और उन्होंने अपने जीवन में जिस तरह के आदर्शो एवं मर्यादा को स्थापित किया है वह हम सबके लिए एक आदर्श है, और आज उनके जीवन से युवाओं को बहुत कुछ सीखने की जरूरत है। अपने जीवन में तकरीबन सभी संवैधानिक पदों पर रहकर भी (राज्यपाल,मंत्री ,सांसद,विधायक) अपने जीवन को उत्तम और स्वच्छ रखा है। इसके साथ ही उन्होंने राजभवन के सेक्रेटरी श्री जयंत जी के प्रति भी आभार जताया और कहा की वे बहुत ही सहृदय व्यक्तित्व के धनी व्यक्ति है ,उनका बात करने का सलीका बहुत ही सरल है उनसे बात करके मैं खुद को गौरवान्वित महसूस किया। डॉ सुनील कुमार मिश्रा को महामहिम राज्यपाल से मिले इस आशीर्वाद के लिए उनके चाचा श्री प्रेम शंकर मिश्र ने प्रसन्नता जाहिर किया। डॉ सुनील कुमार मिश्रा ने इसके साथ ही मदन मोहन मालवीय प्राद्योगिकी विश्विद्यालय के कुलपति डॉ जेपी सैनी, एवं एकेटीयू के कुलपति डॉ जेपी पांडे,एवं प्रो० विठ्ठल मोले जी के प्रति आभार जताया। डॉ सुनील कुमार मिश्रा ने बताया की उनकी पुस्तक विजनरी मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ जर्नी को संपूर्ण विश्व में मान मिल रहा है।