बलरामपुर । छत्तीसगढ़ के बलरामपुर के कोतवाली थाना में स्वास्थ्यकर्मी की मौत के मामले में थाना प्रभारी प्रमोद रूसिया और आरक्षक अजय यादव को बीती आधी रात निलंबित कर दिया गया है। वहीं कांग्रेस ने इस मामले में 8 सदस्यीय जांच समिति का गठन किया है। मामला शांत होने के बाद बीती आधी रात को हिरासत में लिए गए मृतक के पिता और अन्य रिश्तेदारों को उपचार के लिए जिला अस्पताल भेजा गया है ।
जानकारी के अनुसार, बलरामपुर अस्पताल में संविदा में पदस्थ प्यून गुरुचंद मंडल (30 वर्ष ) की पत्नी लगभग 20 दिनों से लापता थी। इस मामले में शिकायत बलरामपुर थाने में की गई थी। बलरामपुर पुलिस ने पत्नी की गुमशुदगी को लेकर गुरुचंद मंडल को कई बार थाने में पूछताछ के लिए बुला चुकी थी। पुलिस ने उसे गुरुवार को भी पूछताछ के लिए दोपहर लगभग 2 बजे थाने बुलाया था। इसके बाद थाने के बाथरूम में उसने फांसी लगा ली।
उल्लेखनीय है कि पुलिस कस्टडी में एनएचएम कर्मी गुरुचंद मंडल की मौत के बाद बीती रात ग्रामीणों ने जमकर हंगामा मचाया था । घटना की जानकारी लगते ही डॉक्टर्स और हॉस्पिटल स्टाफ थाने पहुंच गए और जमकर हंगामा किया। जांच की मांग को लेकर आक्रोशित लोगों ने थाने और एसपी कार्यालय के सामने चक्काजाम कर दिया। कुछ देर में ही पुलिस को लाठीचार्ज और आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े।तोड़फोड़ व वाहनों पर पथराव के माहौल बदल गया था । घटना के बाद भारी पुलिस बल तैनात किया गया हैं । जिले के कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक के कार्यालय और बंगले के साथ कोतवाली में बैरिकेंडिंग कर निगरानी की जा रही है।
इस बीच, प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश अशोक कुमार साहू ने घटना की न्यायिक जांच का आदेश दिया। वहीं, विपक्षी कांग्रेस ने राज्य की बिगड़ती कानून व्यवस्था की स्थिति पर सत्तारूढ़ भाजपा की आलोचना की। राज्य कांग्रेस प्रमुख दीपक बैज ने कहा, छत्तीसगढ़ भाजपा शासन में जल रहा है। कानून-व्यवस्था चरमरा गई है। ऐसी घटनाएं भाजपा सरकार की विफलता के कारण हैं। स्थानीय लोगों द्वारा पुलिस स्टेशन पर पथराव किए जाने से बलरामपुर में स्थिति तनावपूर्ण है। इसके लिए राज्य सरकार और प्रशासन जिम्मेदार है। हम घटना की निंदा करते हैं और इसकी उच्च स्तरीय जांच की मांग करते हैं। घटना की जांच के लिए कांग्रेस ने आठ सदस्यीय कमेटी का गठन किया है।