भोपाल । मध्य प्रदेश में आज (शुक्रवार) से 1400 उपार्जन केन्द्रों पर समर्थन मूल्य पर सोयाचीन की खरीदी शुरू हो रही है। इसके लिए उपार्जन केन्द्रों पर व्यापक व्यवस्थाएं की गई हैं। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने बताया कि इस बार सोयाबीन की खरीदी 4892 रुपये प्रति क्विंटल के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) पर की जाएगी। सभी संबंधित अधिकारी सोयाबीन उपार्जन की कार्यवाही संवेदनशीलता से करें।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने बताया कि प्रदेश में 25 सितम्बर से 20 अक्टूबर तक ई-उपार्जन पोर्टल पर किसानों के पंजीयन की कार्रवाई की गई, जिसमें 3 लाख 44 हजार किसानी ने पंजीयन करवाया है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा निर्धारित मात्रा के अतिरिक्त सोयाबीन का उपार्जन प्रदेश सरकार करेगी। आवश्यकतानुसार खरीदी केन्द्रों की संख्या में परिवर्तन भी किया जा सकेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि समर्थन मूल्य पर खरीदी गई सोयाबीन का भुगतान किसानों को ऑनलाइन किया जाएगा। प्रदेश में 7 जिले दतिया, भिंड, कटनी, मंडला, बालाघाट, सीधी एवं सिंगरौली को छोड़कर शेष सभी जगह सोयाबीन का उपार्जन होगा। इन जिलों से प्रस्ताव आने पर सोयाबीन उपार्जन पर विचार किया जाएगा।
सोयाबीन की समर्थन मूल्य पर खरीदी की अंतिम तिथि 31 दिसम्बर 2024 तक है। न्यूनतम समर्थन मूल्य 4892 रुपये प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है। अधिकारियों को औसत अच्छी गुणवत्ता के सोयाबीन की खरीदी कराने के निर्देश दिए गए हैं। खरीदी केन्द्रों पर संबंधित अधिकारी और कर्मचारियों को मौजूद रहने के निर्देश दिये गये हैं, ताकि व्यवस्थित ढंग से सोयाबीन का उपार्जन किया जा सके।
प्रदेश में पहली बार प्राइस सपोर्ट स्कीम(समर्थन मूल्य) के तहत सोयाबीन का उपार्जन किया जा रहा है। इसके लिए कृषि विभाग नोडल विभाग है एवं मार्कफेड राज्य उपार्जन एजेंसी निर्धारित है। सोयाबीन की खरीदी के लिये ई-उपार्जन पोर्टल का उपयोग किया जा रहा है। किसानों को ऑनलाइन ही सोयाबीन की उपज बेचने का भुगतान किया जाएगा।