एडीजी जोन गोरखपुर अखिल कुमार आजकल पुलिस वालों की सेहत को लेकर फिक्रमंद हैं। उन्होंने जहां 12 घंटे की ड्यूटी में आठ घंटे की मुस्तैद और चार घंटे आरामदायक ड्यूटी को लेकर शुरुआत की पहल शुरू की है। वहीं पुलिस वालों की निकलती तोंद भी उनके लिए चिंता का सबब बन चुकी है। पुलिसवालों की तोंद क्यों निकल रही है इसके लिए उन्होंने तोंद वाले पुलिस कर्मियों को तलब किया है। फिलहाल गोरखपुर जिले के तोंद वाले पुलिसकर्मियों को बुलाया गया है। उन्हें तोंद अंदर करने और फिटनस पर ध्यान देने के लिए कहा जाएगा।
एडीजी जोन अखिल कुमार ने चार्ज संभालने के बाद ताबड़तोड़ थाना-चौकी का निरीक्षण किया तो उन्हें कई तोंद वाले पुलिसकर्मी दिख गए। उन्होंने तोंद निकलने की वजह जानने की कोशिश तो पता चला कि अनियमित ड्यूटी इसका कारण है। अब एडीजी जोन ने ऐसे पुलिसकर्मियों की तलाश कर बुधवार को पुलिस लाइन में शाम 5 बजे बुलाया है। पहले चरण में गोरखपुर के पुलिसवालों को बुलाया गया है। जिले के सभी सीओ को जिम्मा दिया गया है कि तोंद वाले पुलिस वालों को तलाश कर उन्हें पुलिस लाइन भेजें। पीआरओ गजेन्द्र राय बताते हैं कि एडीजी जोन इन पुलिस वालों की काउंसलिंग करेंगे। अगर अनियमित ड्यूटी की वजह से उनकी सेहत पर बुरा प्रभाव पड़ रहा है तो फिर उनकी ड्यूटी में परिवर्तन की कोशिश होगी।
पिछले दिनों एडीजी ने कई पुलिसवालों को तोंद को लेकर टोका था। गोरखपुर शहर में भ्रमण पर निकले एडीजी ने रास्ते में मिले तोंद वाले सिपाहियों को फिटनेस का महत्व समझाते हुए तोंद अंदर करने के लिए 10 दिन का वक्त दिया थ। एडीजी ने उनसे कहा कि खुद को फिट रखने से बीमारियों से तो बचाव होगा ही ड्यूटी भी अच्छे ढंग से कर सकेंगे।
दरअसल, एडीजी किसी काम से सर्किट हाउस जा रहे थे कि रास्ते में उनकी नज़र एक हेड कांस्टेबल पर पड़ी जिनकी तोंद निकली हुई थी। एडीजी वहीं रुक गए। उन्होंने हेड कांस्टेबल के पास जाकर पूछा कि इतनी तोंद क्यों निकली है। बीमार हैं या फिर खाना अधिक खाते हैं। हेड कांस्टेबल ने उन्हें जानकारी दी वह ब्लड प्रेशर और शुगर के मरीज हैं। भोजन भी ज्यादा हो जाता है। इस पर एडीजी ने उन्हें भोजन कम करने और पेट अंदर करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि अपनी फिटनेस पर ध्यान देंगे तो शरीर स्वस्थ रहेगा। अधिक दिनों तक जीवित रहेंगे। यही नहीं ड्यूटी पर अच्छा प्रदर्शन भी करेंगे।
उन्होंने हेड कांस्टेबल को 10 दिन में तोंद कम करके दिखाने का लक्ष्य दिया। इसके बाद सर्किट हाउस से लौटते वक्त पैडलेगंज चौकी के पास भी उनकी नज़र तोंद वाले एक पुलिसकर्मी पर पड़ गई। एडीजी ने उनसे पूछा तो तो हेड कांस्टेबल ने अनियमित ड्यूटी की बात कही। इस पर एडीजी ने उनकी ड्यूटी में कुछ परिवर्तन कराने की बात कही और 10 दिन का लक्ष्य देते हुए कहा कि तब तक तोंद अंदर करके दिखाएं। इसके बाद करीब दो घंटे तक एडीजी ने शहर का निरीक्षण कर ड्यूटी पर तैनात पुलिस कर्मियों का जायजा लिया। जहां कहीं उन्हें तोंद वाले पुलिसकर्मी दिखाई दिए उन्होंने उन्हें फिटनेस का महत्व बताते हुए तोंद अंदर करने को कहा। अब वह ऐसे पुलिसकर्मियों को पुलिस लाइन बुलाकर काउंसलिंग और रूटीन में परिवर्तन पर जोर दे रहे हैं।