हवलदार हजारी सिंह का सैनिक सम्मान के साथ अंतिम संस्कार

ऋषिकेश । टिहरी गढ़वाल के देवप्रयाग निवासी हवलदार हजारी सिंह (54) के असम में बलिदान होने के बाद उनका अंतिम संस्कार ऋषिकेश स्थित पूर्णानंद घाट पर सैनिक सम्मान के साथ किया गया। जहां उनके पुत्र कुलदीप, संदीप और अमित ने मुखाग्नि दी।

इस दौरान प्रदेश के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने बलिदानी जवान के निधन पर शोक व्यक्त किया और संवेदना प्रकट की। उन्होंने अपने संदेश में कहा कि असम में माँ भारती की रक्षा करते हुए टिहरी गढ़वाल के देवप्रयाग निवासी हजारी सिंह के बलिदान होने का समाचार अत्यंत दुःखद है। ईश्वर से प्रार्थना है कि पुण्यात्मा को श्रीचरणों में स्थान एवं शोक संतप्त परिजनों को यह असीम दुःख सहन करने की शक्ति प्रदान करें। विनम्र श्रद्धांजलि !

बलिदानी जवान का पार्थिव शरीर ऋषिकेश के पूर्णानंद घाट‌ लाया गया, जहां सैन्य सम्मान के साथ पूर्णानंद घाट में बलिदान जवान को अंतिम विदाई दी गई। इस मौके पर राज्य के प्रभारी मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल एवं देवप्रयाग विधायक विनोद कंडारी, जिला पंचायत सदस्य संजीव चौहान सहित बड़ी संख्या में लोग उपस्थित थे। इस दौरान बलिदानी के बेटे कुलदीप ने बताया कि‌‌ वह तीन भाई हैं, जिनमें बड़ा भाई संदीप एयरफोर्स में है और दूसरा कुलदीप एम‌ए की पढ़ाई कर रहा है जबकि तीसरे नंबर का बेटा अमित प्राइवेट जॉब कर रहा है। बलिदानी जवान की पत्नी घरेलू महिला हैं, जिनकी 25 अगस्त को पति से मोबाइल पर बातचीत हुई थी।

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