गाजियाबाद । दिल्ली से सटे गाजियाबाद के ऐतिहासिक पीठ श्री दूधेश्वर मंदिर में 15 लाख से ज्यादा शिव भक्त जलाभिषेक करेंगे। इसके लिए तैयारियां पूर्ण हो चुकी है। उधर श्रीमहंत नारायणगिरि महाराज ने सभी शिव भक्तों को श्रावण मास की शिव रात्रि की शुभकामनाऐं देते हुए भगवान श्री दूधेश्वरनाथ से सभी के लिए मंगल कामना की।
उन्होंने मंदिर के इतिहास की जानकारी भी दी। इस अवसर पर श्रीमहंत नारायणगिरि महाराज ने बताया कि प्रभु श्री दूधेश्वर महादेव जी के इतिहास एवं महात्म्य के बारे में जितना गुणगान किया जाए उतना कम है। जगत पिता, विश्व पिता, सम्पूर्ण ब्रह्माण के स्वामी, देवों के देव महादेव, सम्राट महादेव हैं, मेरे शब्द कोष में प्रभु के महात्म्य के गुणवान करने के लिए शब्द पर्याप्त नहीं है।
श्रीमहंत ने बताया कि वह श्री दूधेश्वरपीठ के 16वें श्रीमंहत हैं और उन्हें पीठ का श्रीमंहत उनके गुरू श्रीमहंत रामगिरि जी महाराज द्वारा सन 1986 बनाया गया था। उन्होने बताया कि श्री दूधेश्वरपीठ के प्रथम श्रीमहंत वेणीगिरि जी महाराज, श्रीमहंत सन्ध्यागिरि जी महाराज, श्रीमहंत प्रेमगिरि जी महाराज, श्रीमहंत अधीनगिरि जी महाराज, श्रीमहंत राजगिरि जी महाराज, श्रीमहंत धनीगिरि जी महाराज, श्रीमहंत दयागिरि जी महाराज, श्रीमहंत पलटूगिरि जी महाराज, श्रीमहंत सोमवारगिरि जी महाराज, श्रीमहंत वसंतगिरि जी महाराज, श्रीमहंत निहालगिरि जी महाराज, श्रीमहंत मंगलगिरि जी महाराज, श्रीमहंत शिवगिरि जी महाराज, श्रीमहंत गौरी गिरि जी महाराज सहित उनके गुरू श्रीमहंत रामगिरि जी महाराज 15वें श्रीमहंत रहे।
श्रीमहंत नारायणगिरि जी महाराज ने सभी शिवभक्तों जानकारी दी कि हाजिरी का जल लगातार ही चढ़ाया जा रहा है, वहीं 02 अगस्त 2024 दोपहर 03:36 तक त्रयोदशी का जल व 03:36 के उपरान्त 03 अगस्त 2024 दोपहर 03:00 बजे तक चतुर्दशी व शिवरात्रि का जल चढ़ाया जायेगा। श्रीमहंत नारायणगिरि जी महाराज ने सभी शिव भक्त कांवड़ियों सहित अन्य शिव भक्तों से अनुरोध किया कि वे श्री दूधेश्वर महादेव के नाम के स्मरण के साथ शांतिपूर्वक, श्रद्धाभाव से गंगाजल व दूध चढ़ायें।