बरेली। तीन तलाक पीड़िता ने अपने प्यार को हासिल करने के लिए मजहब की दीवार तोड़ दी। वृंदावन की रहने वाली रबीना को बदायूं के रहने वाले प्रमोद कश्यप से प्यार हुआ और शादी कर दी। इसके बाद दोनों ने पूरा जीवन साथ बिताने का निर्णय ले लिया।
मिस्ड कॉल के बाद वृंदावन की रहने वाली रबीना को बदायूं के रहने वाले प्रमोद कश्यप से बातों का सिलसिला शुरू हुआ। उसके बाद इंस्टाग्राम पर चैट और वीडियो कॉल से दोनों को एक दूसरे से प्यार हो गया। तलाकशुदा रुबीना को मानो अपना प्यार मिल गया। उसने अपने दो बच्चों को छोड़कर प्रेमी के साथ जीवन जीने का मन बना लिया। इसके बाद दोनों बरेली आए और यहां अगस्त मुनि आश्रम में पंडित केके शंखधार ने दोनों की रजामंदी से प्रेमविवाह करा दिया।
दरअसल, बदायूं जनपद के रहने वाले प्रेमी प्रमोद और मथुरा-वृंदावन की रहने वाली रुबीना का मिस्ड कॉल के जरिए प्रेम हुआ। तीन तलाक पीडि़त रूबीना और प्रमोद इंस्टाग्राम पर आए और दोनों की दोस्ती प्रेम में बदल गई।
इसके लिए प्रेमिका ने इस्लाम धर्म को त्यागकर हिंदू धर्म अपनाया और हिंदू रीति रिवाजों के साथ शादी कर ली। 8 साल छोटे प्रमोद कश्यप से चैट और वीडियो कॉल पर दोनों ने एक दूसरे को देखा और एक दूसरे के हो गए। दोनों की शादी से पहले पंडित केके शंकधार ने गोमूत्र और गंगाजल छिड़ककर रूबीना का शुद्धिकरण किया। जिसके बाद रूबीना ने अपना धर्म परिवर्तन कर प्रीति नाम रखा लिया।
इससे पहले रामपुर जिले की रहने वाली 19 साल की फराना ने धर्म बदलकर मंगलवार को बरेली में प्रेमी धर्मवीर के साथ शादी कर ली। दोनों की छह महीने पहले चंडीगढ़ में फैक्ट्री में काम करते हुए दोस्ती हुई थी। अगस्त्य मुनि आश्रम में पंडित केके शंखधार ने दोनों का विवाह कराया। शादी के बाद फराना से बनी पल्लवी ने अपने परिवार से जान का खतरा जताया है
The Blat Hindi News & Information Website