उमरिया : जिले में लेप्टोस्पायरोसिस के तीन रोगी मिले हैं। इनमें से दो बच्चों की इलाज के दौरान मौत भी हो गई है। मरने वाले दानों बच्चे मानपुर जनपद क्षेत्र के हैं। इस गंभीर रोग से अभी भी जिले का एक युवक प्रभावित है, जिसका इलाज जबलपुर मेडिकल कॉलेज में चल रहा है। एपिडमियोलाजिस्ट अनिल सिंह ने बताया कि इस रोग से सबसे पहले मानपुर जनपद के ग्राम मनगंवा की एक बच्ची प्रभावित हुई थी। इसके बाद सेमरा गांव की एक 13 वर्षीय मासूम बच्चा भी प्रभावित हो गया। इन्हें इलाज के लिए जबलपुर में भर्त किया था। ऐसे होती है लेप्टोस्पाइरा – लेप्टोपायरोसिस लेप्टोस्पाइरा बैक्टीरिया के कारण होने वाली बीमारी है। यह बीमारी नाक, मुंह, आंखों में जानवरों के मल-मूत्र से दूषित पानी या मिट्टी जाने या आपकी त्वचा पर चोट लगने के बाद लेप्टोस्पायरोसिस हो सकता है। लेप्टोस्पायरोसिस फ्लू जैसे लक्षण पैदा कर सकता है जो कम संख्या में लोगों में वेइल सिंड्रोम, एक जीवन-घातक बीमार में बदल सकता है। मनुष्यों में लेप्टोस्पायरोसिस कई प्रकार के लक्षण पैदा कर सकता है, जिनमें यह महत्वपूर्ण है तेज बुखार, सिरदर्द, ठंड लगना मांसपेशियों में दर्द, उल्टी करना, पीलिया (पीली त्वचा), लाल आँखें,पेट में दर्द, दस्त आदि होते हैं।
The Blat Hindi News & Information Website